Bihar Shivdeep Wamanrao Lande: भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे चुके महाराष्ट्र में विदर्भ के लाल शिवदीप वामनराव लांडे अब जल्द ही बिहार में नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट के जरिए उन्होंने खुद इसके संकेत दे दिए हैं। लांडे के फेसबुक पोस्ट के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही वह अपनी सियासी पारी की शुरुआत करेंगे। उन्होंने गुरुवार को अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि "वो तो खुशबू है हवाओ में मिल जायेगा" वर्दी एक युवा मन का सपना होता है, लेकिन इतनी सतत समर्पित सेवा के बाद चमड़ी ही वर्दी बन जाती है अब जनसाधारण से जुड़ने के लिए यूनिफार्म की जरूरत नहीं है। नौकरी से आगे निकल बिहार की आबोहवा में मिलने का वक्त आ गया है। कहानी का एक अंक संपन्न हुआ, दूसरे का आगाज।”
बता दें कि बिहार में सुपरकॉप के नाम से चर्चित रहे पूर्व आईजी शिवदीप वामनराव लांडे को 4 फरवरी को पुलिस मुख्यालय में फेयरवेल दिया गया। 2006 बैच के आईपीएस के नौकरी से इस्तीफा स्वीकार होने के बाद उन्हें पुलिस मुख्यालय में पुलिस सेवा से विदाई दी गई। उल्लेखनीय है कि शिवदीप लांडे ने 19 सितंबर 2024 को अपना इस्तीफा दिया था।
उस समय पूर्णिया में बतौर आईजी के पद पर कार्यरत थे। काफी लंबे समय के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनका इस्तीफा मंजूर किया था। उसके बाद 14 जनवरी को देर शाम गृह विभाग ने अधिसूचना जारी कर जानकारी दिया था। जिसके बाद फेसबुक पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा था कि जल्द आप लोगों के बीच आ रहा हूं।
इसके साथ ही उन्होंने एक फोटो भी लगाई थी। इस्तीफा देने के पीछे उन्होंने कोई खास वजह नहीं बताई थी। अपने इस्तीफे में उन्होंने साफ कहा था कि वह आगे बिहार में ही रहेंगे और बिहार ही उनकी कर्मभूमि होगी। ऐसे में बिहार के लोगों के मन में यह सवाल उठने लगी है कि क्या वे बिहार की सियासत में कदम रखेंगे?
हालांकि शिवदीप लांडे ने स्पष्ट तौर पर राजनीति में आने की बात तो नहीं कही है। उन्होंने स्पष्ट किया था कि उनकी न तो किसी पार्टी से कोई बात हुई है और ना ही किसी पार्टी से जुड़ने जा रहे हैं। लेकिन उनका अगला कदम क्या होगा। यह लोगों के मन कौंध रहा है।
यहां बता दें कि इस्तीफा स्वीकार होने के बाद लांडे ने सीमांचल के पूर्णिया, अररिया, कटिहार आदि जिलों का दौरा किया था। ऐसे में संभव है कि वह उस इलाके को अपनी कर्मभूमि के तौर पर चुनकर कोई बड़ी योजना पर काम सकते हैं। संभव है कि उस इलाके से भी सियासी कदम बढा सकते हैं।