बिहार राजद में हंगामा, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्यालय जाना छोड़ा, सवालों पर भड़के तेजप्रताप यादव, केस करने की धमकी दी
By एस पी सिन्हा | Updated: August 10, 2021 21:35 IST2021-08-10T21:34:00+5:302021-08-10T21:35:32+5:30
लालू यादव के पुत्र तेजप्रताप जगदानंद सिंह को लेकर जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, उससे वे काफी नाराज हैं.

मीडिया से पूछा कि आप भाजपा के आदमी हैं या आरएसएस के?
पटनाः राजद में इन दिनों शीतयुद्ध के संकेत मिल रहे हैं. पिछले दिनों तेजप्रताप के पोस्टर से तेजस्वी यादव के गायब होने के बाद अब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पिछले दो दिनों से राजद कार्यालय नहीं पहुंच रहे हैं. जिसके बाद एक बार फिर राजद में खटपट के संकेत मिल रहे हैं.
पिछले दिनों लगातार खबरें सामने आ रही थी कि तेजप्रताप जगदानंद सिंह को लेकर जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, उससे वे काफी नाराज हैं. यहां बता दें कि तेजप्रताप ने दो दिन पहले प्रदेश कार्यालय में आयोजित छात्र राजद की बैठक को संबोधित करते हुए जगदानंद सिंह को जलील किया था. उन्हें हिटलर बताते हुए यहां तक कह डाला था कि कुर्सी किसी की बपौती नहीं है.
उन्होंने कहा था की जगदानंद सिंह हिटलर की तरह बात करते हैं. पहले हर समय पार्टी कार्यालय का गेट खुला रहता था, लेकिन जब से पिताजी को विरोधियों ने फंसाया है. उसके बाद अब गेट बंद रहता है. उन्होंने यह भी कहा था की कुर्सी किसी की बपौती नहीं होती है. सबको छोड़ने पड़ती है. कुर्सी किसी की नहीं होती है, कब किसकी कुर्सी चली जाए कोई ठिकाना नहीं होता है.
हम स्वास्थ्य मंत्री थे, हमारी भी कुर्सी गई थी. बताया जा रहा है की तेजप्रताप के इस बयान के बाद जगदानंद सिंह नाराज चल रहे हैं. जब इस सवाल को तेजप्रताप से पूछा गया तो वे मीडियाकर्मियों पर ही भडक गए. आज जब वह राजद कार्यालय से बाहर निकल रहे थे तो इसी दौरान मीडिया ने उनसे सवाल किया.
इसके बाद उन्होंने पहले तो मीडिया से पूछा कि आप भाजपा के आदमी हैं या आरएसएस के? इसके बाद ही उन्होंने जगदानंद सिंह की नाराजगी की गलत खबर चलाने की बात कह कर मीडिया वालों पर ही केस दर्ज किये जाने की धमकी दे डाली.
उन्होंने कहा कि वह मीडिया पर ही केस करेंगे जगदा बाबू के नाराजगी की झूठी खबर चलाई जा रही है. तेजप्रताप ने कहा कि अब आप लोग के ऊपर ही पीआईएल होगा. हालांकि, तेजप्रताप खुद यह नहीं समझ पाए कि पीआईएल का मतलब जनहित याचिका होता है और इस मामले में जनहित याचिका कैसे दर्ज की जा सकती है?