पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने अपनी जान को खतरा बताते हुए खुलेआम कहा है कि कुछ “जयचंद” उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं और उन्हें मरवाने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में तेज प्रताप यादव कार में बैठे नजर आ रहे हैं और किसी व्यक्ति से वीडियो कॉल पर बात करते हुए कहते हैं कि “जयचंद मुझे मरवाना चाहता है, मेरी रैलियों में तोड़फोड़ करवाता है, साजिश रच रहा है।” वीडियो में तेज प्रताप बेहद गुस्से और बेचैनी में दिखाई देते हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी जान का डर है और केंद्र सरकार से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। तेज प्रताप ने यह भी कहा कि उनके विरोधी हर जगह फैले हुए हैं और उनके खिलाफ लगातार चालें चल रहे हैं। बता दें कि तेज प्रताप यादव महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी से भी कई सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। चुनावी प्रचार के लिये ही तेज प्रताप यादव निकल रहे थे, इस दौरान उनसे पूछा गया कि तेजस्वी 2 तारीख को महुआ में प्रचार करेंगे। जिस पर तेज प्रताप ने कहा कि वे महुआ जायेंगे तो हम राघोपुर चले जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब लालू परिवार के भीतर राजनीतिक खींचतान की खबरें पहले से ही चर्चा में हैं। एक तरफ छोटे भाई तेजस्वी यादव राजद के नेतृत्व में सक्रिय राजनीति कर रहे हैं, वहीं तेज प्रताप ने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल बनाकर अलग राह पकड़ी है। हालांकि सोशल मीडिया पर अक्सर राजद के भीतर और लालू परिवार में राजनीतिक मतभेदों की खबरें सामने आती रहती हैं। ऐसे में तेज प्रताप यादव का यह बयान चर्चा में है। तेज प्रताप यादव इन दिनों लगातार चुनावी प्रचार में व्यस्त हैं। लेकिन इस बीच उन्होंने लालू परिवार की टेंशन बढ़ा दी है। तेज प्रताप यादव ने रोहिणी आचार्य पर भी बयान दिया।
दरअसल, रोहिणी आचार्य ने तेज प्रताप यादव के लिए चुनाव प्रचार को लेकर कहा था कि वह तेज प्रताप के लिये प्रचार नहीं करेंगी क्योंकि वे दूसरे दल में हैं। इसे लेकर ही जब तेज प्रताप से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह निश्चित तौर पर मेरी बड़ी बहन हैं। वो मुझे आशीर्वाद देती हैं। लेकिन वे मेरे साथ नहीं रह सकतीं क्योंकि वह दूसरे दल में हैं। इससे पहले तेज प्रताप ने पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव को ‘जननायक’ कहे जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि ‘यह उपाधि केवल बड़े और स्थापित नेताओं के लिए है। तेजस्वी यादव जननायक नहीं हैं। जननायक जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया और लालू प्रसाद यादव जैसे लोग हैं। मगर तेजस्वी यादव जननायक नहीं हैं।