पटनाः चुनाव आयोग पर एक बार फिर निशाना साधते हुए बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने बताया कि गुरुजी के निधन के कारण बिहार में होने वाली वोट अधिकार यात्रा को स्थगित कर दिया गया है, लेकिन यात्रा बहुत जल्द फिर से शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसकी नई तारीख की घोषणा की जाएगी। बता दें कि तेजस्वी यादव का यह बयान उनके पास 2 वोटर आईडी होने के दावों को लेकर चल रहे विवाद के बीच आया है।
इस मामले में चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को एक नोटिस जारी कर उनसे अपना मतदाता पहचान पत्र (ईपिक) नंबर देने को कहा है, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया था कि उसे बिहार मतदाता सूची से हटा दिया गया है, जबकि चुनाव आयोग ने कहा है कि उनका नाम प्रारूप मतदाता सूची में मौजूद है। उल्लेखनीय है कि एक ही व्यक्ति के नाम पर दो दो वोटर आईडी होना भारतीय कानून के तहत गैरकानूनी है।
जांच में सामने आया कि तेजस्वी यादव के पास दो-दो वोटर आईडी है, जो कि नियमों के खिलाफ हैं। ऐसे में अब सत्ता पक्ष की ओर से तेजस्वी यादव पर कार्रवाई की मांग की जा रही है। वहीं चुनाव आयोग ने भी तेजस्वी यादव ने स्पष्टीकरण मांगा है। चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि एक नागरिक के पास दो मतदाता पहचान पत्र होना जन प्रतिनिधित्व कानून, 1950 की धारा 17 और 18 का उल्लंघन है।
इसके तहत बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। चुनाव आयोग के अनुसार अगर कोई इस मामले में दोषी पाया जाता है तो उसपर अधिकतम पांच वर्ष की जेल या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं। इतना ही नहीं, दोहरी पहचान की स्थिति में मतदाता का वोट देने का अधिकार भी खत्म किया जा सकता है।
ऐसे में अब सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या तेजस्वी यादव पर भी कार्रवाई होगी और उनसे मतदान देने का अधिकार छिन जाएगा? अब तेजस्वी यादव के द्वारा आयोग को जवाब दिए जाने के बाद ही पता चल पायेगा कि उनके खिलाफ कौन सी कार्रवाई की जाती है। तेजस्वी यादव ने दो मतदाता पहचान पत्र रखने के आरोपों पर कहा कि वह न केवल वह जवाब देंगे।
बल्कि राजद चुनावी प्रक्रिया में कई खामियों के सबूत भी इकट्ठा कर रहा है। झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए रांची रवाना होने से पहले मंगलवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन (गुरुजी) के अंतिम संस्कार में भाग लेने जा रहे हैं और हेमंत सोरेन से भी मुलाकात करेंगे।
उन्होंने कहा कि गुरुजी का निधन झारखंड ही नहीं, पूरे देश के राजनीतिक जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मेरा उनके परिवार से पारिवारिक संबंध रहा है। चुनाव आयोग द्वारा भेजे गए नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी ने कहा कि हम नोटिस का जवाब देंगे, लेकिन चुनाव आयोग हमारे सवालों का जवाब क्यों नहीं दे रहा? हमने जो सवाल उठाए थे, अब वे सबके सामने आ गए हैं।
मतदाता सूची के प्रारूप के बाद लगातार शिकायतें मिल रही हैं। हम सारी शिकायतें चुनाव आयोग को भेजेंगे और अपनी बात सुप्रीम कोर्ट में भी रखेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने बूथवार आंकड़े मांगे हैं, क्योंकि कई नाम जानबूझकर हटा दिए गए हैं। उदाहरण के लिए व्यास जी का नाम गायब है। कुछ घरों में 50 से ज्यादा मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं।
ये छोटी-मोटी गलतियां नहीं हैं, ये गंभीर खामियां हैं और हमारे पास सबूत हैं। वहीं, बिहार में डोमिसाइल नीति लागू किए जाने को लेकर तेजस्वी ने दावा किया कि यह उनकी मांगों के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी जो कहता है, सरकार वही करती है। सरकार तेजस्वी के पीछे-पीछे चल रही है।
हमने जो मांगा था, सरकार ने उसे स्वीकार किया है। अब देखना होगा कि इसे लागू कैसे किया जाता है। उन्होंने कहा कि आप देख लीजिएगा, आने वाले दिनों में सरकार 'मान-सम्मान-मां-बहन योजना' को भी अपनाएगी। हम जो कहते हैं, वही सरकार करती है।