पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजने से पहले सियासी दलों की गतिविधियां भी तेज होती जा रही हैं। चुनाव प्रचार को देखते हुए सियासी दलों के द्वारा अभी से ही हेलीकॉप्टर( लालू यादव की भाषा में ‘उड़न खटोला’) की तलाश शुरू कर दी गई है। ऐसे में चुनाव से पहले ही हेलीकॉप्टरों की बुकिंग जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। बता दें कि साल 2020 के विधानसभा चुनाव में हेलीकॉप्टरों का जबर्दस्त इस्तेमाल हुआ था। उस समय विपक्ष का मोर्चा संभाल रहे तेजस्वी यादव ने रोजाना 14 से 16 जनसभाएं की थीं। एक दिन तो उन्होंने 19 जनसभाएं करके रिकॉर्ड बना दिया था।
यह सब संभव हुआ था हेलीकॉप्टर की वजह से। चुनावी रणनीति में यह साबित हो गया कि हेलीकॉप्टर नेताओं के लिए समय बचाने और अधिक जनसमर्थन जुटाने का सबसे बड़ा साधन है। इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में स्थिति और भी रोचक होने वाली है। पटना एयरपोर्ट के स्टेट हैंगर से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, चुनाव प्रचार के दौरान हर दिन 20 हेलीकॉप्टर आसमान में उड़ान भरेंगे।
एनडीए और महागठबंधन दोनों ही गुटों ने एडवांस बुकिंग शुरू कर दी है। एनडीए की ओर से रोजाना 14 से 15 हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा हेलीकॉप्टर भाजपा के पास होंगे। भाजपा ने अकेले 12 से 13 हेलीकॉप्टर बुक कराए हैं। वहीं, जदयू की ओर से रोजाना दो हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे। इन हेलीकॉप्टरों में एनडीए के छोटे घटक दलों के नेताओं को भी जगह दी जाएगी।
वहीं, महागठबंधन ने पांच हेलीकॉप्टर बुक कराए हैं। इसमें कांग्रेस और राजद ने दो-दो हेलीकॉप्टर की बुकिंग की है। जबकि गठबंधन के सहयोगी वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी चुनाव प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करेंगे। चुनाव के मौसम में हेलीकॉप्टरों की मांग बढ़ने के कारण किराए में भी भारी उछाल आ जाता है।
सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर का आमतौर पर किराया 1 लाख से 2 लाख रुपये प्रति घंटा होता है, लेकिन चुनाव के दौरान यह किराया लगभग सवा गुना बढ़ जाता है। इनका किराया 3 से 4 लाख रुपये प्रति घंटा तक पहुंच जाता है। चुनावी मौसम में यह दरें दोगुनी हो जाती हैं।
राजनीतिक दलों को हेलीकॉप्टर बुक करने के लिए न्यूनतम 3 घंटे का फ्लाइंग चार्ज देना पड़ता है। इसके साथ ही 18 प्रतिशत जीएसटी भी चुकाना होता है। इस तरह से एक हेलीकॉप्टर का रोजाना औसत खर्च लगभग 11 लाख रुपये तक बैठता है। चुनावी उड़ानों में इस बार बड़ी वृद्धि देखने को मिल रही है।
ग्लोबल फ्लाइट सर्विसेज पटना के मैनेजर देवेंद्र कुमार के मुताबिक, पिछले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने लगभग आधा दर्जन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया था। लेकिन इस बार संख्या लगभग तीन गुना ज्यादा हो कर 20 तक पहुंच रही है। इस तरह विधानसभा का चुनाव सिर्फ जमीन पर नहीं, बल्कि आसमान में भी लड़ा जाएगा।