नई दिल्लीः बिहार चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा हो गई है। भाजपा, जद (यू) 101-101 सीट पर, लोजपा (आर) 29 सीट पर तथा हम और आरएलएम छह-छह सीट पर चुनाव लड़ेंगी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम सब मिलकर फिर से सरकार बनाएंगे। भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक चल रही है। आज ही प्रत्याशी की घोषणा हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार चुनाव 2025 पर सीईसी की बैठक के लिए भाजपा मुख्यालय पहुंचे। बिहार में 243 सीट हैं और 6 और 11 नवंबर को मतदान और 14 नवंबर को मतगणना की जाएगी।
जीतन राम मांझी की पार्टी हम के खाते में 6 सीट
टेकारी
कुटुंबा
अतरी
इमामगंज
सिकंदरा
बराचट्टी।
उपेन्द कुशवाहा के खाते की 6 सीटें
सासाराम
दिनारा
उजियारपुर
महुआ
बाजपट्टी
मधुबनी।
केंद्रीय मंत्री एवं बिहार के लिये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को घोषणा की कि राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) 101-101 सीट पर चुनाव लड़ेंगे, जबकि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (राजविलास) 29 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू होने के बाद प्रधान ने एक पोस्ट में कहा कि केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा नीत पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा छह-छह सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सभी सहयोगियों ने सौहार्दपूर्ण ढंग से सीट बंटवारा पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘राजग के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ता इसका प्रसन्नता से स्वागत करते हैं। बिहार एक और राजग सरकार के लिए तैयार है।’’ यह घोषणा भाजपा के वरिष्ठ नेतृत्व और जद(यू) को छोड़कर अन्य सहयोगियों के बीच कई दिनों की बातचीत के बाद की गई।
जद(यू) की राजग के प्रमुख दल भाजपा के साथ पहले ही सहमति बन चुकी थी। पासवान, मांझी और कुशवाहा जैसे सहयोगियों ने सीट बंटवारे के लिए बातचीत के दौरान कभी नरम तो कभी गरम रुख अपनाया। ऐसा प्रतीत होता है कि पासवान ने अपनी पार्टी के वास्ते अधिक सीट देने के लिये भाजपा को राजी किया।
बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी। वर्ष 2020 में, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी जद(यू) ने 115 सीट पर और भाजपा ने 110 सीट पर चुनाव लड़ा था, जबकि पासवान की पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा था। यह पहली बार है कि जद(यू) किसी विधानसभा चुनाव में भाजपा से अधिक सीट पर चुनाव नहीं लड़ रही है, जो सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर ताकत के नये संतुलन का स्पष्ट संकेत है।