पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने अब धीरे धीरे आधिकारिक तौर पर पार्टी और परिवार से दूरी बनानी शुरू कर दी है। पहले उन्होंने पार्टी का झंडा अपने गाड़ी से हटा दी, वहीं अब तेजप्रताप यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राजद के आधिकारिक हैंडल सहित अपनी बड़ी बहन और राज्यसभा सांसद मीसा भारती, बहन राज लक्ष्मी यादव, हेमा यादव और परिवार के अन्य सदस्यों को अनफॉलो कर दिया। हालांकि तेज प्रताप अपने पिता लालू यादव, मां राबड़ी देवी और भाई तेजस्वी यादव को फॉलो कर रहे हैं। इस तरह तेज प्रताप ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से फैन फॉलोइंग लिस्ट की संख्या छोटी कर दी है। माना जा रहा है कि हाल के दिनों में उभरे पारिवारिक विवाद के कारण तेज प्रताप ने ये फैसला लिया है।
बिहार के कुछ ही राजनेता हैं जिन्हें सोशल मीडिया स्टार माना जाता है। उन्हीं में से एक तेज प्रताप यादव हैं। हाल के दिनों में तेज प्रताप यादव पारिवारिक समस्या से जूझ रहे हैं। लालू प्रसाद ने उन्हें अपने परिवार से अलग कर दिया हो। लेकिन सोशल मीडिया में तेज प्रताप क्रेज अभी बरकरार है। सोशल मीडिया एक्स पर तेज प्रताप के 1.7 मिलियन फॉलोअर्स हैं।
जबकि तेज प्रताप सिर्फ 6 लोगों को ही फॉलो करते हैं। पहले तेज प्रताप 19 लोगों को फॉलो करते थे। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर किन किन लोगों को तेज प्रताप ने फॉलोइंग लिस्ट से बाहर किया है। तेज प्रताप की फॉलोइंग लिस्ट देखें तो उसमें पिता लालू प्रसाद, भाई तेजस्वी यादव, मां राबड़ी देवी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अभिनेता रितेश देशमुख और टीम तेज प्रताप यादव शामिल हैं।
लेकिन इस सूची में बहन मीसा भारती, राजलक्ष्मी यादव, बहन रोहिणी आचार्य यहां तक की राजद का ऑफिशियल अकाउंट से उन्होंने दूरी बना ली है। वहीं तेजप्रताप के इस कदम को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर विश्लेषक तक इसे पार्टी और परिवार के भीतर गहराते मतभेद का संकेत मान रहे हैं।
तेजप्रताप यादव ने हाल ही में एक और चौंकाने वाली पोस्ट शेयर की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि उनके सपने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे। पोस्ट में एक फोटो के जरिए उन्होंने दावा किया कि सपने में पीएम मोदी उन्हें भाजपा में शामिल होने का ऑफर दे रहे थे। तेजप्रताप ने लिखा कि, सपने में मोदी जी कह रहे थे हमारी पार्टी में आ जाइए।
मैंने जवाब दिया मेरे पास अपनी पार्टी है, आप ही हमारी पार्टी से जुड़ जाइए। इसके साथ उन्होंने टिप्पणी की कि सत्ता के लिए सपने बेचने वाले बहुत हैं, हम वो हैं जो सपने में भी विचार नहीं बेचते। यह पोस्ट विधानसभा परिसर के बाहर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा से मुलाकात के ठीक बाद किया गया, जिससे राजनीतिक अटकलें और तेज हो गई हैं।