पटनाः बिहारविधानसभा चुनाव को लेकर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने अपनी रणनीति के बारे में संक्षेप में जानकारी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी में उम्मीदवारों का चयन जन सुराज से जुड़े कार्यकर्ताओं और तीन स्तरों पर गठित समिति के मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा, न कि पार्टी के किसी एक नेता या समूह द्वारा। उन्होंने कहा कि यह एक अनूठी पहल होगी, जहां भारत में पहली बार किसी राजनीतिक दल के उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से जनता की राय के आधार पर किया जाएगा।
पीके ने कहा कि बिहारविधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाएगा, जिसका मूल्यांकन पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा में पीएम मोदी और अमित शाह, राजद में लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव और जदयू में नीतीश कुमार प्रत्याशियों को चुनने का काम करते हैं, हमारी पार्टी में वो काम कार्यकर्ता और पदाधिकारी करेंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में उम्मीदवारों का चयन जन सुराज से जुड़े कार्यकर्ताओं और तीन स्तरों पर गठित समिति के मूल्यांकन के आधार पर किया जाएगा, न कि पार्टी के किसी एक नेता या समूह यह काम करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक अनूठी पहल होगी, क्योंकि भारत में पहली बार किसी राजनीतिक दल के उम्मीदवारों का चयन पूरी तरह से जनता की राय के आधार पर किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यही बात जन सुराज पार्टी को अन्य पार्टियों से अलग बनाती है। अन्य पार्टियों में टिकट शीर्ष नेतृत्व तय करता है और पार्टी से जुड़ा आम कार्यकर्ता और युवा सिर्फ पार्टी का झंडा लेकर चलेंगे। जन सुराज पार्टी में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को यह तय करने का अधिकार होगा कि पार्टी से कौन उम्मीदवार होगा और वे उसमें अपना मूल्यांकन भी दे सकेंगे।