Bihar Politics News: बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा सदन के उप सभापति को सौंपा। इसके साथ ही उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। इस संबंध में विधान परिषद सचिवालय से अधिकारिक सूचना जारी की गई है। बता दें कि देवेश चंद्र ठाकुर इस बार सीतामढ़ी लोकसभा सीट से चुनाव जीता है और अब वह सांसद बन गए है। वहीं, देवेश चंद्र ठाकुर के द्वारा इस्तीफा दे दिये जाने के बाद अब सभापति की कुर्सी खाली हो गई है। इसके लिए कई नामों की चर्चा है। हालांकि, भाजपा के पास विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी है, ऐसे में विधान परिषद के सभापति की कुर्सी जदयू के पास ही रहने की संभावना है।
इस पद के लिए जिन नामों की चर्चा सबसे तेज है उसमें वरिष्ठ नेता रामवचन राय, गुलाम गौस, पूर्व कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के साथ-साथ नीरज कुमार के नाम शामिल हैं। हालांकि, इसके चयन का पूरा अधिकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है। ऐसे में विधान परिषद का नया सभापति वही होगा, जिन्हें नीतीश कुमार चाहेंगे।
बता दें कि, बिहार में जदयू और भाजपा के बीच यह समझौता रहा है कि विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी जिस पार्टी के पास रही है तो विधान परिषद की कुर्सी दूसरे को मिली है। इसके तहत इस बार विधान परिषद की कुर्सी फिर से जदयू को मिलना तय माना जा रहा है।
बिहार विधान परिषद में कुल 75 सदस्य हैं। इसमें भाजपा 24 सदस्यों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है। उसके बाद जदयू के 21 सदस्य हैं। देवेश चंद्र ठाकुर का सीट भी खाली हो रहा है, जिस पर आने वाले समय में चुनाव होगा। ऐसे में जदयू के सदस्यों की संख्या घटकर 20 हो जाएगी।