Bihar Politics News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासमत से पहले जारी सियासी गहमागहमी के बीच अब पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री यादव की भी राजनीति में एंट्री हो गई है। राजश्री यादव भी सियासी नब्ज पर नजर रखने लगी हैं। इसी कड़ी में नीतीश सरकार के विश्वासमत से पहले राजश्री यादव ने बड़ा दावा कर दिया है। राजश्री यादव ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट कर लिखा- "नीतीश कुमार के 17 विधायक गायब हो गए... वैसे तो 4, 5 विधायक से ही काम चल जाता। लेकिन इधर तो आधी जदयू गायब हो गई। खेला होगा सब जानते थे, लेकिन इतना बड़ा खेला होगा शायद किसी को पता नहीं था।" राजश्री यादव के इस पोस्ट से बिहार में सियासी भूचाल आ गया है।
बता दें कि 12 फरवरी को नीतीश कुमार की अग्निपरीक्षा होगी। उन्हें विधानसभा के पटल पर एनडीए सरकार का बहुमत साबित करना होगा। नीतीश कुमार की अग्निपरीक्षा से पहले बिहार में सियासी हलचल भी तेज है। कांग्रेस के कई विधायक तो हैदराबाद पहुंचे हुए हैं। इन सबके बीच नीतीश कुमार ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
उन्होंने अमित शाह और जेपी नड्डा से भी बैठक की। मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हम (भाजपा-जदयू) 1995 से एक साथ थे। बीच में 2 बार इधर-उधर जरूर हो गए, लेकिन अब फिर वहीं रहेंगे। अब इधर-उधर नहीं होंगे। वहीं, रालोद अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाह ने बुधवार को दावा किया था कि राजग 12 फरवरी को सदन में बहुमत साबित करेगा। सदन में बहुमत है और हम इसे साबित करेंगे। इसके बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने दावा किया कि राजद और कांग्रेस के कई विधायक एनडीए नेताओं के संपर्क में हैं। हम तो आसानी से फ्लोर टेस्ट जीत लेंगे।
जदयू विधायकों में टूट का दावा किया राजद विधायक ने, कहा-"राज को राज" रहने दीजिए
बिहार में राजद की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि विधानसभा में विश्वासमत के दौरान बडा खेला होगा। इसी कड़ी में राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि 12 फरवरी को बड़ा 'खेला' होगा। उन्होंने कहा कि "राज को राज" रहने दीजिए। बिहार में बड़ी टूट होने वाली है क्योंकि जदयू के सारे विधायक नीतीश कुमार से बेहद नाराज हैं।
तभी तो मुख्यमंत्री को डर सता रहा है लिहाजा वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास गये हैं। इसके साथ ही भाई वीरेन्द्र ने कहा कि राजद को तोड़ना नामुमकिन है। हम दूसरे को तोड़ सकते हैं लेकिन खुद टूटने वाले नहीं हैं। ईडी की कार्रवाई के बाद हमारे नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों में एकजुटता बढ़ी है। ईडी जितना परेशान करेगी, चुनाव में उतना भी बड़ा जनसमर्थन मिलेगा।
12 फरवरी का इंतजार करिए, बड़ा खेला होगा। वहीं, पीएम मोदी और नीतीश कुमार की मुलाकात को लेकर कहा कि इस मुलाकात से कुछ नहीं होने वाला है। वह चाहते हैं कि विधानसभा का चुनाव और लोकसभा का चुनाव एक साथ हो। लेकिन आप खुद बताइए की कोई भी विधायक किसी भी पार्टी का चाहेगा कि दोनों चुनाव एक साथ हो?
नीतीश कुमार मोदी जी से मुलाकात कर यह कहने गए थे कि अब हम थक गए हैं, हमारा समय हो गया है। इसलिए आप विधानसभा भंग करवा दीजिए और विधानसभा लोकसभा चुनाव एक साथ करवा दिया जाए। नीतीश को अपने विधायकों का कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्हें कौन सा जनता के बीच जाना होता है।
जनता के बीच तो यही विधायक को जाना होता है ना। उधर, विधानसभा भंग होने के बाद राजद की तैयारी को लेकर उन्होंने कहा कि अब चुनाव आयोग ये ऐलान कर दे तो हम लोग क्या कर सकते हैं? यदि चुनाव होगा तो फिर हम लोग पूरी तरह से तैयार हैं। राजद हमेशा चुनाव के लिए तैयार होती है, इसमें कुछ नया तैयारी नहीं करना है।