Bihar Politics News: बिहार में बाहुबली नेता एवं पूर्व विधायक नरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ सुनील पांडेय रविवार को अपने बेटे के साथ भाजपा में शामिल होंगे। सियासी गलियारे में चल रही चर्चाओं के अनुसार सुनील पांडेय के बेटे को भाजपा तरारी से उम्मीदवार बना सकती है। बता दें कि सुदामा प्रसाद के आरा से सांसद बनने के बाद ये सीट खाली हुई है। ऐसे में इस सीट पर विधानसभा उपचुनाव होने वाला है। बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से सुनील पाण्डेय लगातार भाजपा और जदयू नेताओं के संपर्क में हैं। इनकी दोनों पार्टियों के नेताओं से लगातार बातचीत हो रही हैं।
इसके बाद भाजपा नेताओं से हुई बातचीत के बाद यह तय हुआ है कि रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में होने वाले मिलन समारोह में सुनील पांडेय अपने पुत्र के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल इन दोनों को भाजपा की सदस्यता दिलाएंगे।
उल्लेखनीय है कि सुनील पांडेय साल 2000 में समता पार्टी प्रत्याशी के रूप में 43 हजार 160 मत पाकर पीरो विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद फरवरी 2005 में पीरो विधानसभा क्षेत्र से 54 हजार 767 मत पाकर सुनील पाण्डेय दूसरी बार विधायक बने थे।
वहीं, वर्ष 2005 के अक्टूबर माह में हुए उपचुनाव में पीरो विधानसभा क्षेत्र से 46 हजार 338 मत पाकर सुनील पांडेय तीसरी बार विधायक बने थे। 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू प्रत्याशी के रूप में तरारी विधानसभा क्षेत्र से 46 हजार 338 मत पाकर चौथी बार विधायक बने थे। 2015 विधानसभा चुनाव में लोजपा प्रत्याशी के रूप में सुनील पांडेय की पत्नी गीता पांडेय चुनाव मैदान में उतरीं और 43 हजार 778 मत पाकर महज 272 मतों के अंतर से हार गई थीं।
भगवान महावीर पर पीएचडी कर चुके सुनील पांडेय का नाम बिहार के बाहुबली नेताओं में आता है। उन्होंने 34 साल की उम्र में पहली बार 2000 में फरार रहते ही पीरो से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। वह रोहतास जिले के रहने वाले हैं, लेकिन उन्होंने सियासत की शुरुआत भोजपुर के पीरो विधानसभा क्षेत्र से की।