Bihar Politics:बिहार की राजधानी पटना में रविवार को नौवीं बार सीएम पद की शपथ नीतीश कुमार ने ली। जब से नीतीश कुमार ने शपथ ली है। उनकी जमकर आलोचना हो रही है। जो कभी नीतीश को अच्छा कह रहे थे, आज उन पर अटैक कर रहे हैं। दरअसल, नीतीश ने रविवार को आरजेडी के साथ चली आ रही सरकार से इस्तीफा दिया। ठीक शाम पांच बजे राजभवन में शपथ भी लिया।
इस बार यह नई सरकार बीजेपी के साथ चलाएंगे नीतीश कुमार। जब से यह खबर इंडिया गठबंधन में शामिल विपक्षी दलों के नेता को हुई तो सभी एक एक करके नीतीश कुमार को कोसने लगे। इस कड़ी में शिवसेना(यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि वे भूलने की बीमारी से जुझ रहे हैं।
देश, राजनीति और लोकतंत्र के लिए ये बहुत बड़ी बीमारी है। ये बीमारी सिर्फ नीतीश कुमार को नहीं हुई है, ये प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को भी हुई है। ये दोनों नेता कहते थे कि चाहे कुछ हो जाए हम नीतीश कुमार को अपने साथ नहीं लेंगे। वे भी भूल गए।
यहां बताते चले कि संजय राउत अमित शाह और नीतीश कुमार को पुराने बयान याद करा रहे थे। जिसमें देश के गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार की जनता के सामने कहा था कि भाजपा के दरवाजे नीतीश कुमार और ललन सिंह के लिए हमेशा के लिए बंद हो गए हैं।
वहीं, नीतीश कुमार ने कहा था कि बीजेपी के साथ जाने का सवाल ही नहीं बनता है।मर जाऊंगा लेकिन वहां नहीं जाऊंगा। चूंकि, बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बन गई है तो नीतीश कुमार और बीजेपी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
यहां बताते चले कि नीतीश की नई सरकार में बिहार बीजेपी चीफ सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाया गया है।