Bihar: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा बिहार को छोटा राज्य बताने पर गरमायी बिहार की सियासत, एनडीए नेताओं ने साधा निशाना
By एस पी सिन्हा | Updated: June 26, 2025 17:01 IST2025-06-26T17:01:25+5:302025-06-26T17:01:38+5:30
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इसे बिहार के गौरवशाली इतिहास का अपमान बताया, जबकि भाजपा नेता एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने खड़गे की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं।

Bihar: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा बिहार को छोटा राज्य बताने पर गरमायी बिहार की सियासत, एनडीए नेताओं ने साधा निशाना
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार को छोटा राज्य बताकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एनडीए के निशाने पर आ गए हैं। खड़गे के इस बयान को एनडीए नेताओं ने बिहार के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति का अपमान बताते हुए हमला किया है। भाजपा और जदयू नेताओं ने इस बयान की तीखी आलोचना की है। हालांकि, कांग्रेस ने इसे दक्षिण भारतीय होने के कारण भाषाई चूक बताया है, लेकिन इसको लेकर सियासी बवाल शुरू हो चुका है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इसे बिहार के गौरवशाली इतिहास का अपमान बताया, जबकि भाजपा नेता एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने खड़गे की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं।
सम्राट चौधरी ने बिहार को "छोटा -मोटा राज्य " बताने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष के अज्ञान की पराकाष्ठा है कि वे गांधी के प्रथम सत्याग्रह की भूमि और देश को प्रथम राष्ट्रपति देने वाले बिहार का महत्व नहीं जानते। उन्होंने कहा कि बिहार कोई छोटा मोटा राज्य नहीं, बल्कि यह वह भूमि है जहां से लोकतंत्र की नींव पड़ी, जहां बुद्ध और महावीर ने ज्ञान का प्रकाश फैलाया और जहां से जेपी ने आपातकाल के विरुद्ध स्वतंत्रता की दूसरी लड़ाई लड़ी।
उन्होंने कहा कि यह बयान न केवल बिहार की जनता का अपमान है, बल्कि देश की उस सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का भी अपमान है, जिसने भारत को दिशा दी। सम्राट चौधरी ने कांग्रेस नेतृत्व से इस बयान पर माफी की मांग करते हुए कहा कि बिहार की जनता अब ऐसे अहंकारी और संकीर्ण मानसिकता वाले नेताओं को जवाब देना जानती है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और हमारा बिहार छोटा नहीं, बल्कि भारत की आत्मा है।
वहीं जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं सांसद संजय झा ने खड़गे के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की हताशा उनके बयानों में झलक रही है। बिहार ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की नई ऊंचाइयां छुई हैं। उन्होंने बिहार को छोटा बताने को कांग्रेस की ‘संकीर्ण सोच’ करार दिया और कहा कि बिहारवासी इसका जवाब देंगे। वहीं, केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने खड़गे के बयान को ‘दुर्भाग्यपूर्ण और अशोभनीय’ करार स्वेते हुए कहा कि बिहार छोटा-मोटा राज्य नहीं, बल्कि वह भूमि है जहां से लोकतंत्र की नींव पड़ी। यह बयान बिहार की संस्कृति और परंपरा का अपमान है।
चिराग ने आपातकाल की बरसी का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर लोकतंत्र को कुचलने का आरोप भी लगाया। जबकि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने खड़गे के बयान को बिहार की गौरवशाली विरासत का अपमान बताते हुए कहा कि बिहार वह राज्य है जिसने विश्व को शांति और ज्ञान का संदेश दिया। कांग्रेस का यह बयान उनकी बिहार विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। उन्होंने बिहारवासियों से इस अपमान का जवाब वोट से देने की अपील की।
दरअसल, मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह बयान केंद्रीय बजट में बिहार को मिली सौगातों के संदर्भ में दिया, जिसे उन्होंने अपर्याप्त बताया। उन्होने कहा कि बिहार जैसे छोटा-मोटा राज्य को बजट में कुछ खास नहीं दिया गया। केंद्र सरकार ने बिहार की मांगों को नजरअंदाज किया है।
खड़गे का यह बयान बिहार के सियासी हलकों में अपमानजनक माना गया क्योंकि ‘छोटा-मोटा राज्य’ वाली टिप्पणी को बिहार के गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और इसकी जनसंख्या (12 करोड़ से अधिक) के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। एनडीए नेताओं ने बिहार को चाणक्य, बुद्ध, महावीर, आर्यभट्ट और जयप्रकाश नारायण की धरती बताकर कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं।