पटनाः बिहार पुलिस अब अपराध और उग्रवाद के खिलाफ सख्त एक्शन की तैयारी में है। जिससे अब प्रदेश से अपराधियों का खात्मा शुरू किया जाएगा। पुलिस इनामी कुख्यात से लेकर छोटे-बड़े सभी कुख्यातों पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है। ऐसे में अब अपराधियों का बिहार पुलिस ने बचना नामुमकिन होगा। बताया जाता है कि बिहार पुलिस मुख्यालय ने टॉप-10 इनामी अपराधियों को पकड़ने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की कमान में एक बड़ा अभियान शुरू किया है। पूरे राज्य के 40 पुलिस जिलों से अपराधियों की सूची तैयार कर ली गई है। जिसमें 450 से अधिक कुख्यात अपराधी चिन्हित किए गए हैं। इनमें 137 इनामी अपराधी और नक्सली शामिल हैं। पुलिस मुख्यालय द्वारा 54 कुख्यात अपराधियों और उग्रवादियों पर 1 लाख से 5 लाख रुपये तक का इनाम घोषित किया गया है।
इनमें सबसे बड़ा इनामी नक्सली प्रवेश दा उर्फ अनुज उर्फ अमलेश दा है। जिस पर 12 मामलों में फरार रहने के चलते 5 लाख रुपये का इनाम रखा गया है। जिसमें 3 लाख के इनामी अपराधियों में शामिल हैं नंदलाल उर्फ नितेश जी उर्फ इरफान जी (गया)- 27 मामलों में वांछित, संजय यादव उर्फ गोदराई (पलामू, झारखंड)- 21 मामलों में फरार, दिनेश गंझू (बालूमाथ, लातेहार, झारखंड)- 38 मामलों में शामिल, अखिलेश सिंह भोक्ता (डुमरिया, गया)-15 मामलों में आरोपी, अरविंद (भेलवां मोहनपुर, जमुई)-10 मामलों में फरार है।
रावण कोड़ा (कजरा, लखीसराय) – 21 मामलों में फरार, सुरेश उर्फ मुस्तकीम (लड़ैया टांड़, मुंगेर)- 44 मामलों में वांछित, नारायण कोड़ा (लड़ैयाटांड, मुंगेर)-16 मामलों में आरोपी, बहादुर कोड़ा (हवेली खड़गपुर, मुंगेर)- 14 मामलों में शामिल और प्रताप राणा उर्फ छोटू सिंह (साहेबगंज, मुजफ्फरपुर) 11 मामलों में फरार है। इसके साथ ही हाल ही में आरा स्थित तनिष्क ज्वेलरी शॉप में हुई डकैती के अपराधियों की गिरफ्तारी में सहयोग करने वालों के लिए भी पुलिस ने 3 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है।
इसके अलावा छह अपहृत व्यक्तियों की बरामदगी या सूचना देने पर भी इनाम की व्यवस्था की गई है। एडीजी(मुख्यालय) कुंदन क्रिश्नन ने बताया कि पिछले 40 दिनों में बिहार पुलिस ने 17 नक्सलियों और 17 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान एके-47, तीन एसएलआर, चार रेगुलर राइफल, 986 कारतूस और अन्य युद्धस्तर के हथियार बरामद किए गए हैं।
गया के इमामगंज और जमुई के कटोरिया में 4-4 नक्सलियों की गिरफ्तारी की गई, जबकि भोजपुर में की गई छापेमारी के दौरान एक एके-47 और 43 गोलियां जब्त की गईं। एक-47 की बरामदगी को लेकर सुरक्षा एजेंसियां इसकी आपूर्ति और स्रोत की जांच में जुटी हैं।
बता दें कि डीजीपी विनय कुमार के निर्देश पर सभी जिलों से टॉप टेन अपराधियों की सूची तैयार कर पुलिस मुख्यालय भेजी गई है। एसटीएफ इस पूरे ऑपरेशन की अगुवाई कर रही है। पुलिस का यह अभियान अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने और नक्सली नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।