पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजते ही दोनों ही गठबंधनों के भीतर सीटों के तालमेल को लेकर बैठकों का दौर तेज हो गया है। महागठबंधन में जारी सिर फुटव्वल की स्थिति के बीच एनडीए में सीट बंटवारे में पेंच फंसता नजर आ रहा है। सूत्रों की मानें तो लोजपा(रा) प्रमुख चिराग पासवान और हम के संयोजक जीतनराम मांझी ने एनडीए में सीट बंटवारे में बड़ा बखेड़ा खड़ा कर दिया है। सूत्रों के अनुसार चिराग पासवान 30 सीटों पर अड़े हैं तो वहीं मांझी का कहना है कि वो 15 सीट से कम पर नहीं मांगेंगे। वहीं अब इन दोनों मंत्रियों को मनाने की कवायद तेज हो गई है।
इसी कड़ी में मंगलवार को अचानक भाजपा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े और मंत्री मंगल पांडेय चिराग पासवान के आवास पहुंचे। चिराग पासवान के दिल्ली स्थित आवास में इन नेताओं ने मुलाकात की। माना जा रहा है कि चिराग को मनाने की कवायद की जा रही है। चिराग की पार्टी ने पहले भी कई बार संकेत दिया है कि उन्हें गठबंधन में सम्मानजनक सीट चाहिए।
चिराग की पार्टी के सांसद अरुण भारती ने कहा था कि उनकी पार्टी को 45 से 137 सीटों के बीच में सीट मिलनी चाहिए। वहीं अब चुनाव में पेंच फंसता नजर आ रहा है। दूसरी ओर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को मंगलवार को आवास पर बुलाया।
जदयू नेताओं के साथ उन्होंने अहम बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जदयू के शीर्ष नेताओं के साथ सीट फॉर्मूला और संभावित उम्मीदवारों पर महत्वपूर्ण चर्चा किया। बैठक में कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा के साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह, विजय कुमार चौधरी और संगठन के अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे।
सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में एक बार फिर से सिर फुटव्वल, भाकपा-माले ने ठुकराया
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद सभी सियासी दलों में बैठकों का दौर तेज हो गया है। अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई हैं। इस बीच चुनाव से पहले महागठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग को लेकर एक बार फिर से सिर फुटव्वल शुरू हो गया है।
सूत्रों की मानें तो भाकपा-माले ने राजद के 19 सीटों के ऑफर को ठुकरा दिया है। पार्टी ने सीटों की अदला-बदली के प्रस्ताव को भी खारिज करते हुए साफ कहा है कि वे जल्द अपनी नई 30 सीटों की सूची राजद को सौंपेंगे। सूत्रों के अनुसार राजद की ओर से भाकपा-माले को 19 सीटों का ऑफर दिया गया है, जिसमें पिछली बार की कुछ सीटों में अदला-बदली (एक्सचेंज) का सुझाव भी शामिल था।
लेकिन भाकपा-माले का कहना है कि वे 2019 और 2020 के चुनावों में अपने मजबूत प्रदर्शन के आधार पर अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं। इस बीच सीटों के तालमेल से पहले कांग्रेस ने पटना के एक होटल के बंद कमरे में अहम बैठक की। इस गुप्त बैठक में बिहार कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की चर्चा है।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में उम्मीदवारों की सूची तैयार करने का काम किया, जिसे दिल्ली भेजा जाना है। सूत्रों के मुताबिक, बिहार चुनाव को लेकर इस बैठक में कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस बैठक में मीडिया को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
इस बीच कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि महागठबंधन पूरी तरह एकजुट है और सभी घटक दलों के बीच बेहतर तालमेल है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि भाजपा और एनडीए को हर सीट पर कड़ी चुनौती दी जाए। महागठबंधन की तैयारी पूरी है। अखिलेश सिंह ने बताया कि सीट शेयरिंग का मामला अंतिम चरण में है।
उन्होंने कहा कि एक-दो सीटों को लेकर कुछ बात बाकी है, लेकिन यह मामला जल्द ही सुलझ जाएगा। इसबीच मंगलवार को पटना पहुंचे भाकपा के महासचिव डी राजा ने साफ कहा कि महागठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगा, सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है और उन्हें पूरा भरोसा है कि महागठबंधन की सरकार बिहार में बनेगी।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन मजबूती से लड़ेगा, बिहार विधानसभा में जीत हमारी होगी। सीटों पर लगातार बातचीत चल रही है, आज तेजस्वी से भी मुलाकात होगी। हमें सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। सीएम फेस को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। महागठबंधन की सरकार बनेगी। डी.राजा ने बताया कि सीट बंटवारे को लेकर सभी घटक दलों के बीच लगातार चर्चा हो रही है।
जल्द ही इसका फार्मूला तय कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाकपा ने हमेशा बिहार की जनता के हक में लड़ाई लड़ी है और इस चुनाव में भी उनकी पार्टी महागठबंधन के साथ मजबूती से खड़ी है। डी राजा ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी “रीजनेबल यानी सम्मानजनक संख्या” में सीटों की मांग कर रही है और उन्हें भरोसा है कि महागठबंधन के भीतर इसे लेकर कोई विवाद नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि सभी दल एकजुट होकर चुनाव में उतरेंगे और एनडीए को कड़ी टक्कर देंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता आज बदलाव चाहती है और महागठबंधन उसके सपनों को पूरा करने के लिए तैयार है। वहीं सीट शेयरिंग को लेकर वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि 243 सीटों पर बंटवारे को लेकर हम लोगों पर दबाव है। बैठकें लगातार चल रही हैं और हर एक चीज पर चर्चा हो रही है।
उन्होंने बताया कि हम लोग रात 2 बजे तक बैठे थे और फिर बैठक होगी। सीटों के शेयरिंग में समस्या के सवाल पर उन्होंने कहा कि कोई उलझन नहीं है। हमारे सभी गठबंधन के साथियों को पता है कि राज्य में 243 सीटें हैं और सभी को एडजस्ट करना है। सभी को उनके जनाधार के अनुसार सम्मानजनक सीटें मिलेंगी। मैं खुद यह मानता हूं कि किसी के साथ भेदभाव नहीं होगा और सबको उचित सीटें दी जाएंगी।