बिहार नक्सल अभियानः 2025 में अब तक 480 मोस्ट वांटेड अपराधियों के साथ-साथ 45 नक्सलियों को धर दबोचा, कई पर लाखों का इनाम
By एस पी सिन्हा | Updated: June 2, 2025 13:56 IST2025-06-02T13:55:31+5:302025-06-02T13:56:30+5:30
Bihar Naxal Operation: अपराधियों में दो लाख रुपये का इनामी अपराधी की संख्या 1, एक लाख का इनामी 3, 50 हजार रुपये का इनामी 3 और शेष 25 हजार रुपये के इनामी अपराधी शामिल हैं।

सांकेतिक फोटो
पटनाः बिहार पुलिस ने इन दिनों अपराधियों और नक्सलियों की धरपकड़ तेज कर दी है। आए दिन उन नक्सलियों और अपराधियों की गिरफ्तारी की खबर सामने आ रही है जो पिछले कई साल से फरार चल रहे हैं। बिहार पुलिस की एसटीएफ (विशेष कार्य बल) इकाई ने इस साल अबतक 480 मोस्ट वांटेड अपराधियों के साथ-साथ 45 नक्सलियों को भी धर दबोचा था। इसमें 87 घोषित इनामी अपराधी हैं। इन अपराधियों में दो लाख रुपये का इनामी अपराधी की संख्या 1, एक लाख का इनामी 3, 50 हजार रुपये का इनामी 3 और शेष 25 हजार रुपये के इनामी अपराधी शामिल हैं।
अभी पिछले ही दिनों एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने मिलकर मुंगेर और लखीसराय के मोस्ट वांटेड नक्सली कैला कोड़ा को गिरफ्तार किया है। वहीं एक हार्डकोर नक्सली रविंद्र कुमार उर्फ डॉक्टर को जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया जो खरौंध रेलवे स्टेशन के बेस कैंप को उड़ाने का आरोपी है।
मुंगेर में एसटीएफ और लड़ैयाटांड पुलिस ने रविवार को लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के पैसरा गांव में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की और मोस्ट वांटेड नक्सली कैला कोड़ा को गिरफ्तार कर लिया। लड़ैयाटांड थाने में आर्म्स एक्ट एवं यूपीए एक्ट के मामले उसके ऊपर दर्ज हैं। पुलिस को सूचना मिली कि वो अपने घर आकर छिपा है जिसके बाद छापेमारी करके उसे गिरफ्तार कर लिया।
जबकि जहानाबाद जिले से हार्डकोर नक्सली रविंद्र कुमार उर्फ डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया। नवादा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। रविंद्र 2016 में निर्माणाधीन खरौंध रेलवे स्टेशन के बेस कैंप को बम से उड़ाने के मामले में आरोपी था और उसे पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। इस विस्फोट मामले में यह दूसरी गिरफ्तार है। आरोपी रविंद्र कई साल से फरार चल रहा था।
वहीं, हाल में ही गया के डुमरिया प्रखंड से दो कुख्यात नक्सलियों को पकड़ा गया। 11 साल से फरार चल रहे नक्सली अर्जुन यादव और नगीना कुमार को एसएसबी और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में धर दबोचा। 2015 में डुमरिया के ठकठकवा गांव में नक्सलियों ने जीप को बारूदी सुरंग में विस्फोट करके उड़ा दिया था। कई सुरक्षाकर्मी इस हमले में जख्मी हुए थे।
ये दोनों नक्सली भी इस हमले में आरोपित थे। ऐसे कई नक्सलियों और अपराधियों को लगातार पुलिस पकड़ रही है। उधर, लखीसराय जिले में एसटीएफ ने हाल में दो कुख्यात नक्सलियों को पकड़ा था। वहीं जमुई जिला के वांछित नक्सली मंटू सदा को भी पकड़ा था जो फरार चल रहा था।
पुलिस मुख्यालस से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 8 अप्रैल को एसटीएफ की विशेष टीम और बांका जिला पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में बांका के कटोरिया थाना के बूढ़ीघाट इलाके का एक लाख रुपये का इनामी अंतरराज्यीय कुख्यात नक्सली रमेश टुडू उर्फ टेटुआ मुठभेड़ के दौरान मारा गया। इसके पास से अवैध हथियार बरामद किए गए हैं।
इस नक्सली पर 15 नक्सली कांड दर्ज हैं, जिसमें हत्या, रंगदारी, लूट, डकैती, आर्म्स एक्ट, नक्सली वारदात समेत अन्य शामिल हैं। इसके अलावा एसटीएफ ने नालंदा जिला पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में आर्म्स तस्कर किशन सिंह को मुठभेड़ के बाद अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। इसकी निशानदेही पर चार अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
इनके पास से एक ग्लॉक पिस्टल, 1 रिवाल्वर और 1 रायफल बरामद किया गया। एसटीएफ की मोकामा दियारा इलाके के अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुआ, जिसमें कुख्यात अपराधी मुकेश राय, अर्जुन राय समेत अन्य गिरफ्तार कर लिया गया। इनके पास से पुलिस से लूटी गई एक रायफल के अलावा कारतूस समेत अन्य चीजें बरामद की गई हैं।
2 लाख रुपये का इनामी विकास उर्फ जॉन राइट, यह वैशाली के राजापाकर का रहने वाला है। जबकि 1 लाख रुपये का इनामी जमुई के काकन निवासी सुभाष कुमार महतो, भागलपुर के गोपालपुर थाना के लतरा निवासी नवीन यादव एवं मधेपुरा के ग्वालपाड़ा थाना निवासी राजा कुमार।
गया जी के मुफस्सिल थाना के सलेमपुर टोला निवासी भोला चौधरी और मधेपुरा के रतवारा का रहने वाला अपराधी योतिष सिंह शामिल है। वहीं, गया के वजीरगंज का कैलु यादव, औरंगाबाद के गोह का लाला शर्मा, गया के इमामगंज का रूपेश पासवान, गया के छक्करबंधा थाना का परीक्षाजी समेत अन्य नक्सली शामिल हैं।
एडीजी(मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि एसटीएफ की टीम नक्सल और संगठित अपराधियों के विरुद्ध लगातार अभियान चला रही है, जिसमें इस साल काफी सफलता हासिल हुई है। आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल एसटीएफ 480 मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल हुई है, जिसमें कई कुख्यात अपराधियों के भी नाम शामिल हैं।
पिछले महीने एसटीएफ की टीम ने सहरसा जिला के 50 हजार रुपए के इनामी अपराधी गुनसागर यादव को गिरफ्तार किया था, तो पश्चिम चंपारण जिले के 25 हजार रुपए के इनामी अपराधी शेख मुबारक उर्फ मुन्ना को भी अगस्त महीने में रामोली शिकारपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि इसी तरह एसटीएफ की विशेष टीम ने पिछले महीने गया जिला के 50 हजार रुपए के इनामी अपराधी भोल ठाकुर उर्फ गोल ठाकुर उर्फ सुजीत ठाकुर को इमामगंज थाना क्षेत्र से छापेमारी कर गिरफ्तार किया था। उस पर गया जिला के विभिन्न थानों में लूट एवं आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। इस तरह पुलिस लगातार अपराधियों और नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है और सफलता भी मिल रही है। जल्द ही सभी अपराधियों और नक्सलियों को धर दबोचा जाएगा।