Bihar LS polls 2024: एनडीए बनाम महागठबंधन, 40 सीट, 7 चरण में मतदान और 4 जून को मतगणना, पीएम मोदी-सीएम नीतीश के सामने लालू-राहुल
By एस पी सिन्हा | Published: April 5, 2024 03:04 PM2024-04-05T15:04:44+5:302024-04-05T15:06:10+5:30
Bihar LS polls 2024: महागठबंधन में टिकट से वंचित कई संभावित उम्मीदवारों की नाराजगी सामने आने से उम्मीदवारों की जीत-हार पर पड़ने की संभावना जताई जाने लगी है।
Bihar LS polls 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में सियासी तापमान धीरे-धीरे पीक पकड़ने लगा है। पहले चरण के तहत चार लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को होने वाले मतदान को लेकर चुनाव प्रचार की सरगर्मी बढ़ गई है। दोनों प्रमुख गठबंधनों की ओर से जीत के दावे किए जाने लगे हैं। लेकिन महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के द्वारा कई सीटों पर अभी तक उम्मीदवार तक घोषित नहीं किए जाने ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। उधर एनडीए खेमे ने तो सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं। ऐसे में बिहार की सभी 40 सीटों पर एनडीए और महागठबंधन उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला होना तय है। लेकिन, महागठबंधन में टिकट से वंचित कई संभावित उम्मीदवारों की नाराजगी सामने आने से उम्मीदवारों की जीत-हार पर पड़ने की संभावना जताई जाने लगी है।
नवादा सीटः विवेक ठाकुर बनाम श्रवण कुशवाहा
बिहार में हालात यह है कि कुछ सीटों पर उम्मीदवारों ने खुल कर बगावत का बिगुल फूंक दिया है, जबकि कुछ समय का इंतजार करते हुए भीतरघात की तैयारी में जुटे हैं। करीब आधा दर्जन से अधिक सीटों मसलन सीवान, नवादा, औरंगाबाद, मुंगेर, पूर्णिया आदि पर भीतरघात की संभावना जताई जाने लगी है। जैसे नवादा में एनडीए से विवेक ठाकुर, जबकि महागठबंधन से श्रवण कुशवाहा उम्मीदवार हैं।
लेकिन बेटिकट हुए राजद के विनोद यादव और भोजपुरी गायक गुंजन सिंह की नाराजगी दोनों उम्मीदवारों पर भारी पड़ सकती है। वहीं, सीवान में एनडीए से जदयू ने विजयलक्ष्मी कुशवाहा को मैदान में उतारा है तो महागठबंधन से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी का नाम सामने आ रहा है।
औरंगाबाद सीटः कांग्रेस के पूर्व सांसद निखिल कुमार नाराज
इस बीच सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब ने राजद से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान चुनावी जंग को रोचक बना दिया है। वहीं पूर्व निर्दलीय सांसद और भाजपा नेता ओमप्रकाश यादव भी चुनाव लड़ने की संभावना तलाश रहे हैं। वहीं, कुछ सीटों पर कांग्रेस के स्थानीय प्रभावी नेता बागी तेवर दिखा रहे हैं।
महागठबंधन में राजद को मिलने से कांग्रेस के पूर्व सांसद निखिल कुमार नाराज बताये जा रहे हैं। इसी तरह, पूर्णिया सीट भी राजद कोटे में जाने के बावजूद कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। दरअसल, कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर पूर्णिया से चुनाव लड़ने को लेकर ही उन्होंने अपनी पूरी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था।
पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल सहित सीमांचल की कुछ सीटों पर बड़ा असर
लेकिन लालू यादव ने उन्हें बीच में ही धोखा दे दिया। पप्पू यादव के बागी होने से पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल सहित सीमांचल की कुछ सीटों पर बड़ा असर पड़ने की संभावना बताई जा रही है। इसके अलावा कई अन्य सीटों पर त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय संघर्ष की संभावनाएं बन रही हैं।
इस बीच एनडीए के लिए राहत भरी बात यह हुई है कि एनडीए में टिकट बंटवारे से नाराज होकर केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले रालोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने अब एनडीए के लिए प्रचार करने की घोषणा कर दी है।