पटना:बिहार में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते बुधवार (29 जुलाई) की दोपहर खबर आई कि राज्य में 16 दिनों का लॉकडाउन बढ़ाया गया है। यानी बिहार में 1 अगस्त से 16 अगस्त तक लॉकडाउन लागू होगा। इस नोटिस के आधे घंटे बाद भी बिहार सरकार ने नोटिस जारी करते हुए बताया कि 16 दिनों के लिए लॉकडाउन बढ़ाए जाने वाले दिशानिर्देश को वापस ले लिया गया है। अधिकारिक बयान में बताया गया कि इस (लॉकडाउन) नोटिस को वापस ले लिया गया है। आज शाम एक बैठक होगी जिसमें बिहार में लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला लिया जाएगा। बिहार में पहले से ही 31 अगस्त तक लॉकडाउन लगा हुआ था।
बिहार में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ये कयास लगाए जा रहे थे कि लॉकडाउन की अवधि में विस्तार किया जाएगा लॉकडाउन लगने के बाद भी बिहार सरकार ने माना है कि पिछले 3 हफ्ते में राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
यहां पढ़ें लॉकडाउन से जुड़ी गाइडलाइन्स
-बिहार में लॉकडाउन की गाइडलाइन जारी की गई है। केंद्र सरकार के ऑफिस में 50 प्रतिशत स्टाफ काम कर सकते हैं। प्राइवेट ऑफिस में भी 50 प्रतिशत कर्मचारियों को ही अनुमति दी जाएगी। यानी एक दफ्तर में 50% से अधीक कर्मचारी काम नहीं करेंगे।
-वहीं मेडिकल सेवा से जुड़ी सारी चीजें हॉस्पिटल, दवाई की दुकान, नर्सिंग होम या इससे जुड़ी सारी सेवाएं जारी रहेंगी।
-सारी जरूरी चीजों की दुकान राशन, डेयरी शॉप इत्यादी भी खुली रहेंगी।
-डॉक्टर और नर्स या मेडिकल सेवा से जुड़े कोई भी कर्मचारी आसानी से यात्रा कर सकते हैं। उनके ऊपर लॉकडाउन का कोई नियम लागू नहीं होगा।
-रेल और हवाई यात्रा जारी रहेगी। एसेंशियल सर्विसेज से जुड़ी ट्रांसपोर्टेशन सर्विस भी जारी रहेगी।
- किसानों को भी खेती करने की छूट दी गई है।
-स्कूल, कॉलेज और सरकारी और गैर-सरकारी शैक्षणिक संस्थाएं बंद रहेंगे।
बिहार में कोरोना वायरस के ताजा अपडेट
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे में 14 और लोग की मौत होने के साथ ही इस जानलेवा संक्रमण से मरने वालों की संख्या मंगलवार को 269 हो गई। वहीं राज्य में अभी तक कुल 43,591 लोग के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
जानें बिहार में कोरोना वायरस के कहां कितने मामले
राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के अबतक जो 43,591 मामले सामने आए हैं उनमें पटना जिला के 7481, भागलपुर के 2335, मुजफ्फरपुर के 1943, गया के 1819, नालंदा के 1745, रोहतास के 1695, बेगूसराय के 1497, सिवान के 1341, सारण के 1326, नवादा के 1213, भोजपुर के 1252, पश्चिम चंपारण के 1150, समस्तीपुर के 1091, वैशाली के 1053, पूर्णिया के 1026, मुंगेर के 978, पूर्वी चंपारण 970, मधुबनी के 935, खगडिया के 933, कटिहार के 926, बक्सर के 831, गोपालगंज के 817, जहानाबाद के 791, सुपौल के 758, औरंगाबाद के 745, दरभंगा के 741, लखीसराय के 717, जमुई के 710, मधेपुरा के 601, किशनगंज के 598, सहरसा के 572, बांका के 526, शेखपुरा के 480, अररिया के 476, अरवल के 461, सीतामढी के 422, कैमूर के 385 तथा शिवहर जिले के 251 मामले शामिल हैं।