लाइव न्यूज़ :

बिहार विधान परिषदः रिटायरमेंट के बाद राजधानी में घर नहीं होने पर बेटा-बेटी मारते ताने?, पटना में हमें घर दो, एकजुट हुए सभी दल?

By एस पी सिन्हा | Updated: March 19, 2025 16:24 IST

Bihar Legislative Council: विधानमंडल के निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए पटना में एक अदद छत की व्यवस्था हो इसके लिए सरकार को पहल करनी चाहिए।

Open in App
ठळक मुद्देविधायकों-विधान पार्षदों को पटना में जमीन का प्लॉट देने का मामला सहकारिता विभाग से जुड़ा है।मंत्री विजय बाबू से कहेंगे कि इसके लिए समय दीजिए। सहकारिता विभाग के मंत्री प्रेम कुमार सक्षम हैं।

पटनाः बिहार विधान परिषद में बुधवार को एक स्वर से राज्य के माननीयों को पटना में अपना घर की मांग उठाई गई। सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी इसमें सहमति दी। सिर्फ सहमति ही नहीं दी बल्कि सरकार से आग्रह किया कि सदस्यों को घर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट के बाद राजधानी में घर नहीं होने पर, बेटा-बेटी ताने मारते हैं। उन्होंने कहा कि नेताओं का नाम इतना खराब हो चुका है कि उन्हें कोई भाड़ा (किराया) पर मकान तक नहीं देता। ऐसे में विधानमंडल के निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए पटना में एक अदद छत की व्यवस्था हो इसके लिए सरकार को पहल करनी चाहिए।

दरअसल, विधान परिषद में निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए पटना में आवास के लिए जमीन उपलब्ध कराने से जुड़ा सवाल किया गया था। इस पर सत्ता और विपक्ष के सदस्य एकजुट दिखे। सदस्यों को पटना में प्लॉट देने के सवाल पर सबसे पहले नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा जवाब देने उठे। उन्होंने कहा कि विधायकों-विधान पार्षदों को पटना में जमीन का प्लॉट देने का मामला सहकारिता विभाग से जुड़ा है।

उनके विभाग का यह मामला नहीं है। सहकारिता मंत्री ही इस पर जवाब दे सकते हैं। इस पर सभापति ने कहा कि सवाल भी सहकारिता विभाग से ही है। हम मंत्री विजय बाबू से कहेंगे कि इसके लिए समय दीजिए। सदस्यों का एक शिष्टमंडल इनसे जाकर मिले। इस पर विजय चौधरी ने सदन में कहा कि सहकारिता विभाग के मंत्री प्रेम कुमार सक्षम हैं।

वे कल ही विधानसभा में प्रेम बरसा रहे थे। आज यहां बरसाने वाले हैं। वहीं, मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि वर्ष 1998 में किए गए एक संशोधन के बाद ही निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए सहकारिता समितियों की जमीनों में दो प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान खत्म किया गया। इसके बाद वर्ष 2016 में भी इसी तरह से कोई बदलाव नहीं किया गया।

यही कारण है कि अब दोनों सदनों के निर्वाचित प्रतिनिधियों को पटना में जमीन नहीं मिल पा रही है। इस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों एक एकजुट होकर इसमें बदलाव करने की मांग की। बाद में सभापति ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह सच है कि नेताओं का नाम इस कदर खराब हो चुका है कि उन्हें कोई भाड़ा पर मकान नहीं देता।

मंत्री विजय चौधरी ने इस मामले में कहा कि इसके निदान के लिए एक कमिटी के गठन की जरूरत है। यह एक संवेदनशील मुद्दा है। इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात की जाएगी। साथ ही उन्होंने चुटकी ली कि अगर नेताओं को कोई मकान किराए पर नहीं देता है तो यह उनकी तारीफ है या शिकायत?

बाद में मंत्री प्रेम कुमार ने भी इसे निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर हम सहकारिता विभाग के जमीन सर्वे करेंगे और विधान परिषद सदस्यों तथा विधायकों के लिए जमीन आवास बनाने के लिए उपलब्ध कराने पर विचार करेंगे। 

टॅग्स :बिहारपटनानीतीश कुमारतेजस्वी यादव
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतBihar: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद को लिया निशाने पर, कहा- बालू माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाया जाएगा

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट