Bihar Legislative Assembly Budget Session:बिहार विधानमंडल के बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही शुक्रवार को विपक्ष ने दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया है। जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर 2:00 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान के दौरान "अमर्यादित व्यवहार" का आरोप लगाया और सरकार से जवाब की मांग की। विपक्षी विधायक वेल में पहुंच कर हंगामा कर रहे थे। इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया है। राष्ट्रगान के अपमान को लेकर विपक्षी सदस्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। भारी शोर-शराबे के बीच विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट भी नहीं चल पाई। विधान परिषद की कार्यवाही भी महज 8 मिनट में स्थगित कर दी गई।
राबड़ी देवी ने विधान परिषद में जोरदार हंगामा हुआ। राष्ट्रगान के अपमान को लेकर विपक्षी सदस्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। विपक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाया है। राबड़ी देवी ने कहा कि मुख्यमंत्री का राष्ट्रगान के दौरान एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे हाथ हिलाते नजर आ रहे हैं।
यह राष्ट्रगान का अपमान है। सरकार को सदन और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग भी की और तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपने पुत्र को मुख्यमंत्री बना दें। विपक्ष के लगातार हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही भी बाधित हुई, जिसके बाद सभापति ने सदन को 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
वहीं, विधानसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया और मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में कहा कि हम व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री का पूरा सम्मान करते हैं, लेकिन जब कोई राष्ट्रगान का अपमान करगा तो इसे हिन्दुस्तान किसी कीमत पर नहीं सहेगा।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि शून्यकाल में इस मुद्दे पर बात कीजिएगा। जिसके बाद तेजस्वी ने बात रखने के लिए समय की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने समय देने से इनकार कर दिया। इसके बाद विपक्ष के विधायक वेल में पहुंच गए और रिपोर्टिंग टेबल को पटकने लगे। मार्शल पोस्टर लहरा रहे विधायकों से पोस्टर छीन रहे थे।
इस दौरान मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि अगर कार्यस्थगन की सूचना है तो कार्य स्थगन की सूचना पढ़ने का समय भी निर्धारित है। राष्ट्रगान या राष्ट्रीय परंपराओं के लिए मुख्यमंत्री की कितना सम्मान है। यह बिहार की जनता अच्छी तरह से जानती है। इसे जबर्दस्ती किसी को समझाने की जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री हमेशा राष्ट्र के सम्मान के लिए प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं। इनको किसी दूसरे से समझने की जरुरत नहीं है। इसके बावजूद विपक्ष का हंगामा जारी रहा। हंगामा देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी।
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रगान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके ठीक बगल में खड़े दीपक कुमार से बातचीत करते नजर आए थे। विपक्षी दलों का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का अपमान किया है। विधानसभा के बाहर और भीतर दोनों ही सदनों में विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।