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बिहार: कानून की नजरों में फरार कार्तिक कुमार कर रहे हैं चुनाव प्रचार, भाजपा ने घेरा नीतीश सरकार को

By एस पी सिन्हा | Updated: October 8, 2022 20:31 IST

बिहार में कानूनी तौर पर फरार पूर्व कानून मंत्री कार्तिक कुमार बीते दिनों मोकामा में बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी के साथ देखे गये थे। अब इस मसले पर विपक्षी दल भाजपा नीतीश सरकार पर हमलावर है।

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ठळक मुद्देकानून की नजरों में फरार बिहार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिक कुमार चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई दियेकार्तिक कुमार भले बिहार पुलिस के हत्थे नहीं लग रहे हों लेकिन वो अनंत सिंह की पत्नी के साथ घूमते हुए देखे गये हैंइस मसले पर भाजपा ने नीतीश सराकर को घेरते हुए कहा कि यह सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है

पटना: बिहार सरकार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिक कुमार भले ही कानून की नजरों में फरार हैं। भले ही पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है, भले की ही कार्तिक कुमार बिहार पुलिस के हत्थे नहीं लग रहे हों।लेकिन उन्हीं कार्तिक कुमार की एक तस्वीर अब वायरल हो रही है। जिससे जिससे पता चल रहा है कि कार्तिक कुमार कानून को अपनी जेब में लिये बिहार भर में घूम रहे हैं।

बताया जा रहा है कि पिछले दिनों वह मोकामा में बाहुबली नेता अनंत सिंह की पत्नी के साथ देखे गये थे। अब इस मसले पर विपक्षी दल भाजपा ने बिहार की नीतीश सरकार को घेरा है। भाजपा ने कार्तिक सिंह का नाम लिये बिना मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है।

इस संबंध में भाजपा प्रवक्‍ता निखिल आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन वाली पुलिस कानून के गुनहगार कार्तिक कुमार को तलाशने में लगी हुई है। लेकिन उसे वो नहीं मिल रहे हैं। आखिर नीतीश कुमार के चहेते कार्तिक कुमार बिहार पुलिस को दिखाई कैसे देंगे, जब वो मोकामा में राजद प्रत्याशी के प्रचार में व्यस्त हैं।

इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कुशासन की पराकाष्ठा को पार कर दिया है। अब तो बिहार के अंधेर नगरी जैसा माहौल है, जहां का राजा ही राजद की पॉकेट में है। ऐसी परिस्थितियों में भला कार्तिक कुमार को किस बात का डर है?

मालूम हो कि राजद के विधान पार्षद कार्तिक कुमार को बिहार के दबंग और बाहुबली नेता अनंत सिंह का करीबी और विश्‍वासपात्र माना जाता है। नीतीश कुमार की अगुवाई में बनी महागठबंधन सरकार में उन्हें राजद कोटे से बिहार का कानून मंत्री बनाया गया था। लेकिन कार्तिक कुमार के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पता चला कि वे अपहरण जैसे जघन्य मामले में वांछित हैं और उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट भी जारी है।

हालांकि, कोर्ट ने कार्तिक की गिरफ्तारी पर शपथ ग्रहण से कुछ ही दिन पहले ही अस्‍थायी रोक लगा दी थी। उनकी गिरफ्तारी पर रोक के लिए निर्धारित तारीख खत्‍म होते ही कार्तिक कुमार को नीतीश मंत्रिमंडल से इस्‍तीफा देना पड़ा था।

लेकिन उस प्रकरण से पहले काफी किरकिरी होने के बाद बिहार सरकार ने उनका विभाग बदला था लेकिन अंततः उन्हें पद छोड़ना ही पड़ा था। मंत्री पद से इस्‍तीफे के बाद पुलिस उन्हें तलाशने के लिए कथित तौर पर उनके आवास पर गई थी। लेकिन वो अपने आवास पर नहीं मिले थे। 

टॅग्स :नीतीश कुमारआरजेडीजेडीयूअनंत सिंहBihar BJP
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