Bihar JDU-RJD: बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और केके पाठक विवाद के अलावा लालू परिवार के खास एमएलसी सुनील कुमार सिंह के तीर से आहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के तेवर तल्ख हो गए हैं। महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार ने अपने सहयोगियों को लेकर तल्ख तेवर दिखाए हैं।
खास तौर पर उन्होंने सुनील सिंह का अमित शाह से संपर्क में होने का आरोप लगा दिया। सुनील सिंह उससे वह बेहद नाराज नजर आए। उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को झूठा करार दिया है। सुनील सिंह ने कहा कि मेरी इमानदारी पर इस देश का कोई भी व्यक्ति शंका नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि 27 साल से मैंने कितने झंझावात और तूफान देखा फिर भी चट्टान की तरह लालू जी के साथ खड़ा रहा। कल भी थे, आज भी हैं और जब तक जिंदा हैं तब तक हैं। बाकी जिसे जो समझना है, जिस आदमी के बारे में आप चर्चा कर रहे हैं उन्हीं से बयान ले लीजिये।
भाजपा में शामिल होने के लेकर सुनील सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए साफ कर दिया कि जो भी चर्चा चल रही है, वह बिल्कुल गलत है। सुनील सिंह ने अमित शाह के संपर्क में होने के नीतीश कुमार के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह(अमित शाह) सहकारिता मंत्री हैं। मैं बिस्कोमान का अध्यक्ष हूं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देश के सहकारिता मंत्री हैं और बिस्कोमान भी उन्हीं के अधीन आता है। सहकारिता के सरकारी कार्यक्रम में अमित शाह आये हुए थे। एक जुलाई को पूरे देश का सहकारिता सम्मेलन हुआ, उसमें प्रधानमंत्री भी आये। मैं उसमें शामिल था और उस फोटो को मैंने अपने पेज पर लगाया है। ये नहीं है कि किसी के कोठी में मिल रहे हैं और किसी के रूम में मिल रहे हैं।
उसी फोटो को लेकर बात का बतंगड़ बनाया है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं, बीते दिनों फेसबुक पोस्ट को लेकर भी उन्होंने कहा कि ये बीते दिनों की बात है, आखिर क्यों विवाद को बढ़ाना चाह रहे हैं। मैंने उस पोस्ट को फेसबुक पेज से भी हटा दिया है। सुनील सिंह ने कहा कि मेरे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुझे किसी भी तरह की बयानबाजी करने से मना किया है।