बिहार चुनाव: क्या तेज प्रताप यादव करेंगे साइकिल की सवारी? अखिलेश यादव से हुई बातचीत के बाद अटकलों का बाजार हुआ गरम
By एस पी सिन्हा | Updated: June 26, 2025 16:55 IST2025-06-26T16:54:45+5:302025-06-26T16:55:44+5:30
इस बीच बिहार की सियासी गलियारों में चर्चा है कि तेज प्रताप यादव जल्द ही समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं और सपा की टिकट पर ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।

बिहार चुनाव: क्या तेज प्रताप यादव करेंगे साइकिल की सवारी? अखिलेश यादव से हुई बातचीत के बाद अटकलों का बाजार हुआ गरम
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बडे लाल तेज प्रताप यादव क्या इसबार बिहार में होने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी(सपा) के सहारे विधान सभा में पहुंचेंगे? दरअसल, अनुष्का यादव प्रकरण सामने आने के बाद लालू यादव ने तेज प्रताप को अपने घर और पार्टी दोनों से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। ऐसे में तेज प्रताप यादव के सियासी भविष्य पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। सवाल उठने लगा है कि तेज प्रताप यादव अब क्या करेंगे? इस सवाल का जवाब खोजने के लिए तेज प्रताप यादव ने भी तैयारी शुरू कर दी है। वे अपने समर्थकों के साथ बैठकें करने में जुटे हैं।
इस बीच बिहार की सियासी गलियारों में चर्चा है कि तेज प्रताप यादव जल्द ही समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं और सपा की टिकट पर ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। दरअसल, तेज प्रताप यादव से हाल ही में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की वीडियो कॉल पर बातचीत हुई है।
तेज प्रताप यादव ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक ट्वीट करके बताया कि इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बिहार की राजनीतिक परिस्थितियों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने लिखा कि अखिलेश यादव जी ने मेरा हालचाल लिया, जिससे यह विश्वास मिला कि मैं अपनी लड़ाई में अकेला नहीं। उन्होंने आगे लिखा है कि अखिलेश जी हमेशा से मेरे दिल के करीब रहे हैं।
तेज प्रताप यादव का यह बयान न केवल उनकी भावनात्मक स्थिति को बताता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि वह समाजवादी पार्टी के साथ नया सियासी गठजोड़ बना सकते हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या तेज प्रताप बिहार में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं? क्या वह बिहार में सपा का चेहरा बन सकते हैं? या फिर उनका कोई और सियासी प्लान भी है?
बता दें कि अखिलेश यादव तेज प्रताप यादव की बहन राजलक्ष्मी यादव के चचेरे ससुर हैं। पहले भी परिवार के संकट काल में वह तेज प्रताप का समर्थन करते रहे हैं। जब तेज प्रताप यादव को लालू परिवार और राजद से निकाला गया था तो अखिलेश यादव ने इस निष्कासन का विरोध किया था।
अब जब एक महीने के बाद अखिलेश यादव और तेजप्रताप यादव की सीधी बातचीत हुई और तेज प्रताप ने इसे सार्वजनिक किया है तो इससे इस संभावना को बल मिला है कि सपा उन्हें बिहार में अपनी रणनीति का हिस्सा बना सकती है। अटकलें तब तेज हुईं, जब सपा सांसद अफजाल अंसारी ने पटना में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। दोनों के बीच एक बंद कमरे में काफी लंबी बातचीत हुई थी। इस मुलाकात के दौरान कमरे में राजद के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
इस मुलाकात के बाद कहा जा रहा है कि सपा बिहार में राजद के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। अगर यह बात सही तो अखिलेश यादव को प्रदेश में एक बड़ा चेहरा चाहिए होगा। तेज प्रताप यादव से बड़ा चेहरा दूसरा कोई नहीं हो सकता है। चर्चा है कि तेज प्रताप यादव सपा की टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं और उस सीट पर महागठबंधन अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी।