पटना: बिहार विधानसभा का चुनाव नजदीक देख सियासत गर्माती जा रही है। सभी सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जी जान से जुट गए हैं। इस बीच एक बार फिर से राजधानी पटना में पोस्टर वार शुरू हो गया है। दरअसल, पोस्टर लोजपा(रा) की ओर से लगवाया गया है। पटना में जगह-जगह लगाए गए पोस्टर को देखकर सवाल उठ रहे है कि कही ये चिराग पासवान को नीतीश कुमार के विकल्प के तौर पर प्रोजेक्ट करने की कवायद तो नहीं है?
बता दें कि सोमवार को चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री आवास में जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान कथित तौर पर बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बातचीत हुई है। उल्लेखनीय है कि चिराग पासवान खुद कई बार कह चुके हैं कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को चुनाव लड़ना है। उनकी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, लेकिन पोस्टर में नीतीश कुमार और चिराग पासवान की तस्वीर के साथ जो शब्द लिखे गए हैं वो बड़ा सन्देश दे रहे हैं।
पोस्टर में चिराग और नीतीश की मुलाकात की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया है "तूफानों से लड़कर हमने बिहार संवारा है, अब तुम्हारे हाथों में भविष्य हमारा है।" साथ ही पोस्टर में यह दावा किया गया है कि "चाचा को है इस भतीजे पर पूरा भरोसा, बिहार की सूरत और सीरत दोनों बदलेगा, हो गई मुलाकात मिल गया आशीर्वाद।"
यह पोस्टर चिराग पासवान की पार्टी के शेखपुरा जिला अध्यक्ष इमाम गजाली ने पोस्टर के द्वारा लगवाया गया है। इन पोस्टरों के बाद अब सवाल उठ रहा है कि क्या विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत में चिराग सक्रिय होंगे? चिराग का बयान भी हाल में आया है कि वह केंद्र के बजाए बिहार की राजनीति में ज्यादा रुचि रखते हैं। बिहार उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा था कि मेरे लिए राजनीति में आने का कारण बिहार और बिहारी ही है। मैं केंद्र की राजनीति से ज्यादा खुद को बिहार की राजनीति में सहज महसूस करता हूं।
पटना में चिराग पासवान की पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक दो दिन पहले हुई थी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान की सक्रिय भागीदारी व भविष्य की जिम्मेदारी को लेकर प्रस्ताव पास हुआ। 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा(रा) की स्वतंत्र पहचान के साथ भागीदारी का प्रस्ताव पारित हुआ था।