पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शामिल दलों ने सीट बंटवारे पर अंतिम मुहर लगा दी। गठबंधन में शामिल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल (यूनाइटेड) दोनों दल 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। इस चुनाव में जदयू और भाजपा में से कोई बड़ा भाई नहीं होगा। शीट शेयरिंग फार्मूले के तहत चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) 29 सीटों पर ताल ठोकेगी। जबकि उपेंद्र कुशवाह की आरएलएम एवं जीतनराम मांझी की हिन्दुस्तानी आवामी मोर्चा (हम) को 6-6 सीटें मिली हैं।
बिहार चुनाव में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को छह सीटें मिलने पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शीट शेयरिंग फॉर्मूले पर अपनी हामी भरी और इसे आलाकमान का फैसला बताया। उन्होंने कहा, "संसद में हमें केवल एक सीट दी गई थी - क्या हम नाराज थे? इसी तरह, अगर हमें छह सीटें मिलती हैं, तो यह आलाकमान का फैसला है। हम इसे स्वीकार करते हैं और हमें कोई शिकायत नहीं है..." हालांकि उन्होंने यह भी कहा, "छह सीटें देकर उन्होंने हमारा मूल्यांकन कम किया है, इसका एनडीए पर असर पड़ सकता है।" एक तरह से उन्होंने एनडीए को चेतावनी भी जारी की।
बता दें कि राज्य की 243 सीटों वाले प्रदेश में विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) के नेतृत्व वाले एनडीए और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है।