Bihar Elections 2025: विकासशील इंसान पार्टी(वीआईपी) प्रमुख एवं महागठबंधन के साथी मुकेश सहनी क्या विधानसभा चुनाव से पहले छोड़ सकते हैं तेजस्वी यादव का साथ? इस बात की अटकलें इस कारण लगाई जाने लगी हैं क्योंकि खबर है की मुकेश सहनी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप जायसवाल के बीच मंगलवार की आधी रात में मुलाकात हुई है। वहीं, भाजपा ने भी अब खुलकर उन्हें एनडीए में लौटने का इशारा दे दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल और मुकेश साहनी की मुलाकात के बाद भाजपा के तरफ से एक बयान में कहा गया कि अगर महागठबंधन में सहनी की स्थिति मजबूत नहीं होती है, तो वे एनडीए में लौट सकते हैं। वहीं, डॉ. दिलीप जायसवाल ने कहा कि मुकेश सहनी अपना राजनीतिक कद बढ़ाने के लिए महागठबंधन में गए हैं।
अगर वहां उनका कद नहीं बढ़ा, तो वे इधर आ सकते हैं। उन्होंने यह भी माना कि सहनी का वोट बैंक चुनाव में निर्णायक हो सकता है। जब उनसे मीडियाकर्मियों ने पूछा कि क्या सहनी को एनडीए में बुलाने की कोई पहल की गई है, तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि कद नहीं बढ़ा तो वे खुद आ जाएंगे। इस बयान ने बिहार की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है।
सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि महागठबंधन में सहनी की मांगों पर सहमति नहीं बन पा रही है। ऐसे में अगर उन्हें कम सीटें मिलती हैं या सम्मानजनक भागीदारी नहीं दी जाती, तो उनकी ‘घर वापसी’ तय मानी जा रही है। उल्लेखनीय है कि 2020 के विधानसभा चुनावों में सहनी महागठबंधन से दूरी बनाकर एनडीए में आए थे।
उन्हें 11 सीटें मिली थीं और चार विधायक भी बने। लेकिन बाद में तनातनी बढ़ी और सभी विधायक भाजपा में चले गए। अब अटकलें लगाई जाने लगी है कि मुकेश सहनी जल्द ही महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में आयेंगे। हालांकि विश्वस्त सूत्रों के अनुसार मुकेश सहनी के सामने कई शर्तों को रखा गया है।
वहीं, मुकेश सहनी ने भी अपनी मांग रखी है। हालांकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अभी ऐसी कोई बात नहीं है। लेकिन राजनीति संभावनाओं का खेल है। उधर, वीआईपी की तरफ से एनडीए में जाने की खबर को खारिज किया जा रहा है। पार्टी ने कहा है कि मुकेश सहनी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के बीच बैठक जैसी कोई बात नहीं है।
मुकेश सहनी ने कहा है कि मैं दिलीप जायसवाल के पास क्यों जाऊंगा? मुझको साथ लेने की बात कहकर भाजपा अपने गठबंधन के नेताओं को सीट नहीं देगी। चिराग पासवान और जीतन राम मांझी के साथ अन्याय किया जाएगा।