पटनाः बिहार विधानसभा के 243 सदस्यीय विधानसभा सीट के लिए कुल 2616 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनके भाग्य का फैसला शुक्रवार को होने जा रहा है। कई ऐसी सीटें हैं, जहां कांटे की टक्कर है। चैनपुर, सासाराम और गयाजी टाउन विधानसभा क्षेत्रों में 22-22 प्रत्याशी मैदान में हैं, जहां मुकाबला सबसे कठिन है। वहीं, चनपटिया, रक्सौल, सुगौली और बनमनखी जैसी सीटों पर केवल पांच-पांच प्रत्याशी हैं। बिहार में दो प्रमुख गठबंधन एनडीए और महागठबंधन ने महिला मतदाताओं को उतनी तवज्जो नही दी है। इस बार एनडीए की तरफ से कुल 34 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।
वहीं महागठबंधन की तरफ से 30 महिलाओं को टिकट दिया गया है। जदयू महिला उम्मीदवारों में मधेपुरा से कविता साहा, गायघाट से कोमल सिंह, केसरिया से शालिनी मिश्रा, शिवहर से श्वेता गुप्ता, बाबूबरही से मीना कामत, धमदाहा से लेशी सिंह, बेलागंज से मनोरमा देवी, नवादा से विभा देवी, त्रिवेणीगंज से सोनम रानी सरदार, फूलपारस से शीला मंडल, विभूतिपुर से रवीना कुश्वाहा, समस्तीपुर से अश्वमेघ देवी और अररिया से शगुफ़्ता अजीम को मैदान में उतारा है। वहीं, भाजपा ने जिन महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है।
बेतिया से रेणु देवी, परिहार से गायत्री देवी, नरपतगंज से देवंती यादव, किशनगंज से स्वीटी सिंह, प्राणपुर से निशा सिंह, कोढ़ा से कविता देवी, अलीनगर से मैथिली ठाकुर, जमुई से श्रेयसी सिंह, छपरा से छोटी कुमारी, कोचाधामन से बीणा देवी, मोहनिया से संगीता कुमारी, कोचा ओराई से रमा निषाद और वारसलीगंज से अरुणा देवी को मैदान में उतारा है।
वहीं, एनडीए गठबंधन का हिस्सा जीतन राम मांझी की पार्टी हम (एस) के हिस्से छह सीटें आईं हैं, जिसमें दो सीटों पर उन्होंने महिलाओं को बतौर उम्मीदवार उतारा है। इमामगंज सीट से दीपा कुमारी और अतरी विधानसभा सीट से ज्योति देवी। दीपा कुमारी जीतन राम मांझी की बहू और ज्योति देवी समधन हैं।
एनडीए के सहयोगी दल होने के नाते छह सीटें उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के खाते में भी गई हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने इन छह सीटों में से एक सीट पर अपनी पत्नी स्नेहलता को उम्मीदवार बनाया है। वह सासाराम से चुनाव लड़ रही हैं और पार्टी की इकलौती महिला उम्मीदवार भी हैं। चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रा) को 29 सीटें दी गई हैं, जिनमें 5 पर महिला उम्मीदवारों को मौका दिया गया है।
बलरामपुर से संगीता देवी, मखदुमपुर से रानी कुमारी, मढ़ौरा से सीमा सिंह, गोविंदपुर से बिनीता मेहता, बोचहा से बेबी कुमारी और फतुहा से रुपा कुमारी शामिल हैं। लेकिन तकनीकी वजहों से सीमा सिंह का नामांकन रद्द हो गया। महागठबंधन में कुल सात पार्टियां हैं। राजद, कांग्रेस, भाकपा, माकपा, भाकपा-माले, वीआईपी, आईआईपी। राजद ने 24 महिलाओं को अपना उम्मीदवार बनाया है।
इसमें बिहारीगंज से रेणु कुशवाहा, वारसलीगंज से अनीता देवी महतो, हसनपुर से माला पुष्पम, मधुबन से संध्या रानी कुशवाहा, इमामगंज से ऋतु प्रिया चौधरी, बाराचट्टी से तनुश्री मांझी, बनियापुर से चांदनी देवी सिंह, अतरी से वैजयंती देवी, रजौली से पिंकी चौधरी, लालगंज से शिवानी शुक्ला, परसा से डॉ. करिश्मा राय, पातेपुर से प्रेमा चौधरी हैं।
मोकामा से वीणा देवी, मोहिउद्दीन नगर से डॉ. एज्या यादव, मसौढ़ी से रेखा पासवान, बारिकीपुर से रेखा गुप्ता, गोबिंदपुर से पूर्णिमा देवी, परिहार से डॉ. स्मिता पूर्वे गुप्ता, रुपौली से बीमा भारती, प्राणपुर से रश्मी कुमारी, कटोरिया से स्वीटी सीमा हेम्ब्रम, मोहनिया से श्वेता सुमन (नामांकन खारिज हुआ), नोखा से अनीता देवी नोनिया और चकाई से सावित्री देवी को मैदान में उतारा है।