नई दिल्लीः बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपने-अपने एग्जिट पोल अनुमान जारी कर दिए हैं। मैट्रिज, जेवीसी, एक्सिस माई इंडिया (प्रदीप गुप्ता), सी-वोटर, दैनिक भाष्कर और चाणक्य ने एग्जिट पोल अनुमान किया है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 दो चरणों में हुए थे। 6 नवंबर को हुए पहले चरण में 65.08% मतदान हुआ था, जबकि दूसरे चरण में 67.14% मतदान हुआ। मतगणना 14 नवंबर को होगी। चुनाव आयोग नतीजों की घोषणा करेगा। 243 विधानसभा सीटों में से, एनडीए के सीट बंटवारे के तहत जदयू और भाजपा को 101-101 सीटें आवंटित की गई हैं।
1.Bihar Election 2025 Exit Polls Results Live Updates: दिल्ली सट्टा बाजार अनुमान-
भाजपा: 69-71
जदयू: 59-61
राजद: 67-69
एनडीए: 142-145
महागठबंधन: 88-91
भविष्यवाणी: एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद।
2.Bihar Exit Poll Result 2025: Matrize-IANS-
एनडीएः 147-167
महागठबंधनः 70-90
जन सुराजः 0-2
अन्यः 2-8।
3. Bihar Exit Poll Result 2025: पीपल्स इंसाइट-
एनडीएः 133-148
महागठबंधनः 87-102
जन सुराजः 0-2
अन्यः 3-6।
4. Bihar Exit Poll Result 2025: जेवीसी पोल-
एनडीएः 130-150
महागठबंधनः 88-103
जन सुराजः 0-2
अन्यः 3-6।
5. Bihar Exit Poll Result 2025: दैनिक भाष्कर-
एनडीएः 145-160
महागठबंधनः 73-91
जन सुराजः 0-2
अन्यः 5-10।
6. Bihar Exit Poll Result 2025: पीपुल्स पल्स-एनडीटीवी इंडिया
एनडीए: 133-159
महागठबंधन: 75-101
अन्य: 02-08।
7. Bihar Exit Poll Result 2025: ईटी एग्जिट पोल-
एनडीएः 135-150
महागठबंधनः 88-103
अन्यः 3-7।
जबकि लोजपा (रालोद) 29 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। हम (एस) और रालोद छह-छह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार रहे हैं। महागठबंधन में राजद 143 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि कांग्रेस ने 61 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। भाकपा नौ सीटों पर, माकपा ने चार, भाकपा (माले-एल) 20 सीटों पर और वीआईपी ने 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
बिहार विधानसभा में 243 सीटों के साथ, किसी भी पार्टी या गठबंधन को सरकार बनाने के लिए 122 सीटों के साधारण बहुमत की आवश्यकता होती है। यह बेहद अहम चुनाव तय करेगा कि नीतीश कुमार का एनडीए सत्ता बरकरार रखता है या तेजस्वी यादव का महागठबंधन सत्ता हथियाने में कामयाब होता है।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में मंगलवार को रिकॉर्ड 67.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यह अब तक का सबसे अधिक मतदान प्रतिशत है। इस चुनाव को राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार के नेतृत्व पर जनमत संग्रह के रूप में देखा जा रहा है। राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, दूसरे चरण में 122 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक 67.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो छह नवंबर को पहले चरण में हुए ‘‘रिकॉर्ड’’ 65.09 प्रतिशत मतदान से लगभग दो फीसदी अधिक है।
अधिकारियों ने कहा कि कई मतदान केंद्रों पर शाम तक लंबी कतारें देखी गईं, इसलिए अंतिम मतदान प्रतिशत और बढ़ने की संभावना है। राज्य का मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज इस चरण में सर्वाधिक मतदान वाले जिलों में शीर्ष पर रहा, जहां 76.26 फीसदी वोट पड़े। इसके बाद कटिहार (75.23 प्रतिशत), पूर्णिया (73.79 प्रतिशत), सुपौल (70.69 प्रतिशत) और अररिया (67.79 प्रतिशत) का स्थान रहा।
ये सभी जिले नेपाल की सीमा से सटे कोसी-सीमांचल क्षेत्र में आते हैं, जो बाढ़ प्रभावित और अल्पसंख्यक बहुल आबादी वाले इलाके हैं। दक्षिण बिहार के जिलों में भी मतदान का प्रतिशत अधिक रहा। जमुई में 67.81 प्रतिशत, गया में 67.50 फीसदी और कैमूर में 67.22 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। नवादा जिले में मतदान सबसे कम रहा, जहां शाम पांच बजे तक 57.31 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले।
हालांकि मुख्यमंत्री कुमार स्वयं चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उनके कार्यकाल के ‘‘सुशासन’’ के सहारे विरोधी लहर को रोकने की कोशिश में जुटा है। इस चरण में नीतीश मंत्रिमंडल के आठ मंत्री मैदान में हैं। इसलिए यह चरण सत्तारूढ़ राजग के साथ-साथ विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है, जो अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में सरकार-विरोधी माहौल पर भरोसा कर रहा है जबकि राजग विपक्ष पर ‘‘घुसपैठियों को संरक्षण देने’’ का आरोप लगाता रहा है। यह चरण कांग्रेस के लिए भी विशेष रूप से अहम माना जा रहा है।
पार्टी बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी है और उसने 2020 के चुनाव में 19 सीटें जीती थीं, जिनमें से 12 सीटों पर इस चरण में मतदान हुआ। इनमें राज्य कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार राम (कुटुंबा) और शकील अहमद खान (कदवा) की सीटें भी शामिल हैं। पहले चरण में छह नवंबर को 121 सीटों पर 3.75 करोड़ मतदाताओं में से 65.09 प्रतिशत ने मतदान किया था।
सत्तारूढ़ राजग और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन, दोनों ही इस उच्च मतदान को अपने पक्ष में बता रहे हैं। इस चुनाव का ‘‘एक्स फैक्टर’’ माने जा रहे जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर का कहना है कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि इस बात का संकेत है कि ‘‘बिहार के लोगों ने अब एक विकल्प ढूंढ लिया है’’ और वह उनकी नई पार्टी को उस विकल्प के रूप में देख रहे हैं।
दूसरे चरण में 1,302 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हुई, जिनमें कई मंत्री भी शामिल हैं। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री कुमार ने मतदाताओं से अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने और नया रिकॉर्ड बनाने की अपील की थी।