पटनाः बिहार में राज्यकर्मी के दर्जे की मांग को लेकर नियोजित शिक्षकों के प्रदर्शन हो रहा है। इस बीच बिहार के शिक्षा विभाग ने अपने सभी कर्मचारियों की आगामी एक हफ्ते तक की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। शिक्षा विभाग के अनुसार, कर्मचारी किसी भी आकस्मिक स्थिति में अपर मुख्य सचिव से अनुमति लेकर ही अवकाश ले सकेंगे। वहीं भाजपा ने इस फैसले की आलोचना की और इस आदेश को निरंकुश और मनमाना बताया।
यह पत्र प्रशासन निदेशक सुबोध कुमार चौधरी ने जारी किया है। शिक्षा विभाग के उपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अपने अधीनस्थ अफसरों को प्रत्येक हफ्ते कम से कम दस कॉलेजों/डिग्री कॉलेजों का निरीक्षण करने को कहा है। निरीक्षण के बाद शनिवार या किसी दिन भी प्रतिवेदन प्रस्तुत करेंगे।
गौरतलब है कि राज्यकर्मी के दर्जे की मांग को लेकर नियोजित शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। भाजपा ने नियोजित शिक्षकों की मांग को अपना समर्थन दिया है। भाजपा ने गुरुवार विधानसभा मार्च करने का आह्वान किया जिसकी शुरुआत गांधी मैदान से हुई। प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता गांधी मैदान से जेपी गोलंबर होते हुए डाकबंगला चौराहा पहुंचे। इस दौरान भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।