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बिहारः एनडीए और केंद्रीय मंत्री पारस को झटका देंगे सीएम नीतीश, रालोजपा के तीन सांसद थाम सकते हैं जदयू का दामन!, जानें कौन-कौन हैं एमपी

By एस पी सिन्हा | Updated: August 13, 2022 17:02 IST

बिहारः जदयू ने रालोजपा के तीन सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा देवी और चंदन सिंह को जदयू में शामिल कराने की रणनीति को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है।

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ठळक मुद्दे​​​​​पशुपति पारस की पार्टी की टूट के पीछे जदयू अध्यक्ष ललन सिंह का हाथ है।बीते साल रामविलास पासवान की लोजपा में फूट पड़ गई थी।एनडीए को झटका देने की तैयारी में लगे जदयू द्वारा रालोजपा को तोड़ने की कोशिश की जा रही है।

पटनाः बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच चर्चा है कि जदयू की नजर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के सांसदों पर टिका दी है। चर्चा है कि रालोजपा के तीन सांसद टूटकर जदयू में जा सकते हैं?

सूत्रों के अनुसार जदयू ने रालोजपा के तीन सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा देवी और चंदन सिंह को जदयू में शामिल कराने की रणनीति को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही तीनों सांसद जदयू का दामन थाम सकते हैं। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की पार्टी की टूट के पीछे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का हाथ है।

पशुपति पारस समेत 5 सांसदों ने चिराग पासवान के खिलाफ बगावत कर दी थी

कहा जा रहा है कि एनडीए को झटका देने की तैयारी में लगे जदयू द्वारा रालोजपा को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। यहां तक कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने रालोजपा सांसद चौधरी महबूब अली कैसर, चंदन सिंह और वीणा देवी से बात भी कर ली है। तीनों कभी भी पारस को झटका दे सकते हैं। दरअसल, बीते साल रामविलास पासवान की लोजपा में फूट पड़ गई थी।

पशुपति पारस समेत 5 सांसदों ने चिराग पासवान के खिलाफ बगावत कर दी थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों धड़ों को अलग-अलग चुनाव चिन्ह और नामों का आवंटन किया था। जिन पांच सांसदों ने राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान के खिलाफ बगावत की थी।

रालोजपा में कुल पांच सांसद हैं

उनमें पशुपति कुमार पारस (चाचा), प्रिंस राज (चचेरे भाई), चंदन सिंह, वीणा देवी, और महबूब अली कैसर शामिल रहे। कहा जा रहा है कि चौधरी महबूब अली कैसर राजद में जाएंगे, जहां पहले से उनके बेटे विधायक हैं। वहीं सूरजभान के भाई चंदन और वीणा देवी जदयू का दामन थाम सकते हैं। रालोजपा में कुल पांच सांसद हैं, जिसमें पशुपति पारस और प्रिंस राज पिता-पुत्र हैं।

वहीं शेष तीन में चंदन सिंह बाहुबली सूरजभान सिंह के भाई हैं। वहीं वीणा देवी भी दिनेश की पत्नी हैं जो अपने इलाके के कद्दावर नेता हैं। चौधरी महबूब अली कैसर के बेटे पहले ही राजद के टिकट पर विधायक बन चुके हैं। हालांकि अब पशुपति पारस, सूरजभान और प्रिंस ने एक साथ आकर इन खबरों का खंडन किया।

बाहुबली सूरजभान सिंह ने पार्टी को एकजुट बताते हुए कहा कि रालोजपा एक है

वहीं, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को जदयू द्वारा तोड़ने की कोशिशों की खबरों के बीच बाहुबली सूरजभान सिंह ने पार्टी को एकजुट बताते हुए कहा कि रालोजपा एक है। किसी प्रकार की टूट नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि एकता में शक्ति होती है, हम तो उन्हें भी रालोजपा के साथ आने का निमंत्रण देते हैं जो हमसे दूर चले गए हैं।

वहीं पशुपति कुमार पारस ने कहा कि हम सब एक हैं। हमारी पार्टी के सभी सांसद एक हैं। कोई कहीं नहीं जा रहा हैं। वहीं पारस के पुत्र और समस्तीपुर के सांसद प्रिंस राज ने भी पार्टी की टूट की खबरों को बेबुनियाद कहा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ अफवाह है। कोई कहीं नहीं जा रहा है। हमारी पार्टी के सभी सांसद एक हैं।

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