बिहारः राज्यपाल आर्लेकर से मिलने पहुंचे सीएम नीतीश और मोदी, सियासी हलचल तेज, जानें क्या है वजह
By एस पी सिन्हा | Published: June 28, 2023 05:17 PM2023-06-28T17:17:36+5:302023-06-28T17:19:54+5:30
बिहार के मुख्यमंत्री के अचानक राजभवन पहुंचने पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने क्यों गए थे?
पटनाः बिहार की सियासत में बुधवार को उस वक्त एकाएक तब हलचल मच गई, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलने राजभवन पहुंच गए। इनके निकलने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी भी राज्यपाल से मिलने पहुंचे।
नीतीश कुमार के राज्यपाल से मिलने का क्या उद्देश्य था यह स्पष्ट तौर पर सामने आया भी नहीं था कि सुशील कुमार मोदी के राज्यपाल से मिलने पर सियासी हलचल बढ़ गई। मुख्यमंत्री के अचानक राजभवन पहुंचने पर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने क्यों गए थे?
लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ दिनों में मानसून सत्र शुरू होने वाला है, इस लिहाज से यह मुलाक़ात की गई है। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि राजभवन के अंदर अलग हिस्सों में रिनोवेशन का काम होना है। उसी का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे। साथ ही भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि अधिकारी भी पहुंचे थे।
नीतीश कुमार ने राजभवन में घूम-घूम कर निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिया। राजभवन के राजेंद्र मंडपम सहित अन्य मरम्मत कार्य का प्रपोजल भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से मांगा है। वहीं नीतीश कुमार के राजभवन जाने पर यह भी अटकलें हैं कि क्या वह जल्द ही कैबिनेट का विस्तार करने वाले हैं।
पिछले दिनों विपक्षी एकता की बैठक के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार कैबिनेट में कांग्रेस के दो नेताओं को शामिल करने की बात कही थी। बिहार में 10 जुलाई से बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र शुरू होने वाला है। इस बार का मानसून सत्र केवल 5 दिनों का चलाने का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच लगभग आधे घंटे तक मुलाकात हुई है।
उधर, नीतीश कुमार के राज्यपाल से मिलने के बाद अचानक सुशील मोदी का वहां पहुंच जाने से बिहार की राजनीतिक में अटकलबाजियां होने लगीं। सुशील मोदी और राज्यपाल के बीच काफी लंबी बात भी हुई। राजनीतिक कयासबाजियों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी की राज्यपाल से अलग-अलग मुलाकात को औपचारिक बताया जाता रहा है। लेकिन सियासी गर्माहट कम नहीं हुई है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में महागठबंधन से अलग होने की चिट्ठी सौंपने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान मांझी और राज्यपाल के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई थी। इसके चंद दिनों बाद ही जीतन राम मांझी ने पाला बदलते हुए अपनी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के एनडीए में जाने की घोषणा कर दी थी।