पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के तृतीय एवं अंतिम चरण के लिए शनिवार को हो रहे मतदान के तहत शाम 6 बजे तक 55.34 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।
बिहार में तीन चरण में मतदान हुआ था। 10 नवंबर को मतगणना होगी। एबीपी सर्वे के अनुसार कांटे की टक्कर है। बिहार की 243 सीटों के एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं। नीतीश कुमार को 37.7 फीसदी वोट मिले हैं। लालू की पार्टी को 36 फीसदी से थोड़े ज्यादा वोट मिले हैं। सीटों की बात करें तो नीतीश गठबंधन को 104-128 सीटें, लालू गठबंधन को 108-131 सीटें, चिराग पासवान को 1-3 सीटें औऱ अन्य को 4-8 सीटें मिल सकती हैं।
कुल सीटें- 243नीतीश+ 104-128लालू+ 108-131पासवान 1-3अन्य 4-8
शाम पांच बजे तक पश्चिमी चंपारण की विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में 52.08 प्रतिशत, पूर्वी चंपारण में 55.31 प्रतिशत, सीतामढ़ी में 52.27 प्रतिशत, मधुबनी में 54.84 प्रतिशत, सुपौल में 57.90 प्रतिशत और अररिया में 50.43 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इसी प्रकार से किशनगंज जिले में स्थित विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में 59.99 प्रतिशत, पूर्णिया में 55.50 प्रतिशत, कटिहार में 52.22 प्रतिशत, मधेपुरा में 54.03 प्रतिशत, सहरसा में 55.73 प्रतिशत, दरभंगा में 53.44 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर में 54.54 प्रतिशत, वैशाली में 49.97 प्रतिशत और समस्तीपुर में 52.76 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग किए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 52.08 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। यह सीट जदयू सांसद वैद्यनाथ महतो के निधन के कारण रिक्त हुई है। अधिकारियों ने बताया कि सभी 33,782 मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हो गया और मतदान के लिए इतनी ही संख्या में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपीएटी मशीन लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए अर्ध सैनिक बलों की तैनाती गई है।
चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकडों के अनुसार 78 विधानसभा क्षेत्रों में 2.35 करोड़ मतदाताओं में से 1.23 करोड़ पुरुष, 1.12 करोड़ महिलाएं और 894 ‘‘थर्ड जेंडर’’ के मतदाता हैं। इस चरण में जदयू के 37, भाजपा के 35, राजद के 46 उम्मीदवार और कांग्रेस के 25 प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में सभी निगाहे राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और विपक्षी महागबंधन के बीच कांटे के मुकाबले पर टिकी हुई है।