पटनाः बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह फिलहाल जेल में हैं। नीतीश सरकार ने उन्हें सजा दिला दी है। लेकिन नीतीश कुमार के महागठबंधन में आने के बाद अनंत सिंह के आगे नीतीश कुमार को एकबार फिर से झुकना पड़ा है। शायद यही कारण है कि नए मंत्रिमंडल के गठन में अनंत सिंह का खास को भी जगह दी गई है।
अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार के करीबी कार्तिक सिंह को भी मंत्री बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि कार्तिक सिंह ने जैसे ही शपथ ली राजभवन के बाहर छोटे सरकार जिंदाबाद का नारा गूंजने लगा। कार्तिक सिंह को अनंत सिंह का करीबी बताया जाता है। कार्तिक राजद से एमएलसी हैं। सबसे मजेदार बात तो यह है कि नीतीश कैबिनेट में उन्हें कानून मंत्री बनाया गया है।
अनंत सिंह पर अभी कई मामलों में सुनवाई चल रही है। ऐसे में उनके करीबी के कानून मंत्री बनाये जाने से यह सहज ही अनुमान लगाया जाने लगा है कि इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। अभी हाल ही में राजद ने प्रवक्ताओं की नई सूची जारी की थी।
जिसमें अनंत सिंह के करीबी बंटू सिंह को जगह नहीं दी गई थी, जिसके बाद यह कयास लगने लगे थे कि महागठबंधन की सरकार में अनंत के करीबियों को जगह मिल सकती है। कार्तिक सिंह ने विधान परिषद चुनाव में जदयू के उम्मीदवार को पटखनी दी थी। मोकामा के रहने वाले कार्तिक सिंह शिक्षक भी रह चुके हैं।
बताया जाता है कि अनंत सिंह इन्हें मास्टर साहब कहकर बुलाते हैं। कहा जाता है कि अनंत सिंह के जेल में रहने पर कार्तिक मास्टर ही मोकामा से लेकर पटना तक उनके सारे काम को देखते हैं। अनंत सिंह को सजा होने के बाद मोकामा में उपचुनाव होने हैं।
इसको लेकर पूर्व विधायक की पत्नी नीलम देवी वहां से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी से इस मसले पर बात हो चुकी है। वहीं कार्तिक सिंह ने भी नीलम देवी की जीत का दावा किया था। हाल में ही कार्तिक सिंह नीलम देवी के साथ मोकामा में लोगों से मिलते देखे गए थे।