Bihar Bypolls: बिहार के चार विधानसभा सीटों बेलागंज, इमामगंज, तरारी, रामगढ़ में उपचुनाव के लिए हुए मतदान में 52.83 फीसदी मत पडे। जिसमें रामगढ़ सीट पर 52.40 फीसदी, इमामगंज सीट पर 49.72 फीसदी, तरारी सीट पर 50.10 फीसदी और बेलागंज सीट पर 56.21 फीसदी मतदान हुआ। वहीं आरा के तरारी विधानसभा उपचुनाव के दौरान धर्मपुरा में बूथ संख्या 223 पर वोट देने को लेकर पहले वाद-विवाद और फिर धीरे-धीरे यह वाद विवाद हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। दो पक्षों के बीच हुई झड़प में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसमें एक युवक का सिर फट गया।
वहीं दूसरे पक्ष के लोगों को भी चोट आई है। वहीं रामगढ़ में वोटिंग के बीच शराब से भरा टैंकर जब्त किया गया है। इस बीच कई जगहों पर वोट का बहिष्कार भी किया गया। बेलागंज, इमामगंज और रामगढ़ के कई बूथों पर वोट का बहिष्कार किया गया। वहीं बेलागंज के दो बूथ से की फर्जी मतदाता पकड़े गए।
तरारी में झड़प की सूचना के बाद एएसपी केके सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालातों पर काबू पाया। एक पक्ष के जख्मी लोगों में धर्मपुरा गांव के रहने वाले 48 साल के सुनील कुमार, 15 साल के हिमांशु कुमार और 30 साल के रंजीत सिंह शामिल हैं। इसी पक्ष में शामिल पंकज कुमार का मोबाइल मारपीट के दौरान छीन लिया गया है।
घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं हिंसक झड़प के बाद 223 नंबर मतदान केंद्र पर मतदान थोड़ी देर के लिए बाधित हो गया था। घटना को लेकर भोजपुर डीएम तनय सुल्तानिया ने बताया कि गांव वालों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ था। हालांकि यह विवाद मतदान केंद्र से दूरी पर हुआ था, जिसका का मतदान पर कोई असर नहीं हुआ।
उधर गया के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के कुरी सराय बूथ संख्या 66 और 67 में कई फर्जी मतदाता पकड़े गए। जिनमें महिला और पुरुष फर्जी मतदान करते पकड़े गए। इस बूथ पर एक समुदाय विशेष का यहां पर मतदाता है पकड़े गए फर्जी मतदाताओं को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। वहीं दूसरी ओर इमामगंज विधानसभा में अंतर्गत तीन प्रखण्ड है।
इमामगंज, डुमरिया, बांके बाजार। कई जगहों पर वोट का बहिष्कार किया गया है। इमामगंज विधानसभा में डुमरिया प्रखंड के अंतर्गत चहरा पहरा में लोगों ने वोट का किया बहिष्कार किया है। जनता का कहना है कि पुल नहीं तो वोट नहीं। मतदाताओं का कहना है कि यहां पुल नहीं होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार सब ठप है। सरकार से मांग करते करते थक चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। हम लोग सिर्फ वोट देते हैं और नेता बन जाने के बाद कोई विकास नहीं होता है। बता दें कि इस गांव में ग्यारह हजार से अधिक मतदाता हैं यह गांव चार पांच गांव को जोड़ते हुए झारखंड को भी जोड़ता है।