Bihar Bridge Collapse:बिहार में लगातार पुलों के ध्वस्त होने को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज होता जा रहा है। एक तरफ जहां सत्ताधारी दल जदयू और भाजपा के द्वारा राजद को दोषी करार दिया जा रहा है तो दूसरी राजद ने इसका ठीकरा जदयू पर फोड़ा है। राजद के स्थापना दिवस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को नीतीश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हम लोग जब सरकार में थे तब सिर्फ टेंडर फाइनल हुआ था। लेकिन जो लोग पिछले 18 साल से सरकार में हैं उनसे पूछा जाना चाहिए कि किस प्रकार का काम हुआ है कि आए दिन पुल गिर रहे हैं? तेजस्वी ने कहा कि बिहार में लगातार पुल गिर रहे हैं। पेपर लीक हो रहा है।
यह सब डबल इंजन की सरकार में हो रहा है जो भ्रष्टाचार करने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जब से मुख्यमंत्री बने हैं तब से लेकर अब तक ग्रामीण कार्य विभाग सिर्फ 18 महीने छोड़ दिए जाएं तो जदयू के पास ही रहा है। 6 से 8 महीने तो विभाग में पैसा लाने में ही लग गए। अब तक तो हम लोगों ने सिर्फ पुल पास किया था।
वो पुल या तो बनने शुरू हुए होंगे या टेंडर की प्रक्रिया चल रही होगी। लेकिन 18 महीने के अलावा 17-18 साल तक यह विभाग जदयू के पास रहा। जो पुल गिर रहे हैं वह जदयू के समय का ही है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में पुल गिर रहा है, पेपर लीक हो रहे हैं। बिहार में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं।
भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। ऐसी डबल इंजन की सरकार जो भ्रष्टाचार में लिप्त है। वह कुछ नहीं बोल रही है और ना ही पुलों के गिरने की कोई जिम्मेवारी लेने को तैयार है। देखो गजब खेल, “डबल इंजन सरकार का” एक इंजन भ्रष्टाचार में तो दूसरा अपराध में लगा हुआ है।
तेजस्वी ने कहा कि जो लोग पेपर लीक करवा रहे हैं, जिन लोगों ने बेरोजगारी बढ़ाई है, जिन लोगों ने गरीबी बढ़ाई है, जिन लोगों ने महंगाई बढ़ाई और जिन लोगों के कार्यकाल में पुल गिरा आने वाले समय में बिहार की जनता इनको सत्ता में लौटने नहीं देगी।