पटनाः बिहार में इन दिनों पुल गिरने का सिलसिला लगातार जारी है। हाल यह है कि 21 दिन में 17 पुल गिर गए हैं। बिहार में अररिया, सीवान, किशनगंज, मोतिहारी, मधुबनी, सारण व अन्य जगहों पर हाल के दिनों में पुल ध्वस्त हुए हैं। अब सुपौल और पुर्णिया में एक-एक पुल गिर गया। जिससे व्यस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सुपौल के मरौना प्रखंड क्षेत्र स्थित मरौना उतर पंचायत के कुशमोहल जाने वाली मुख्य सड़क पर बना पुलिया बालान नदी के जलस्तर मे वृद्धि होने से गुरुवार की रात ध्वस्त हो गया।
पुलिया ध्वस्त हो जाने से मरौना उतर पंचायत के कुशमॉल गाँव के बड़ी टोला एवं छोटी टोला के लोगों को आवागमन बाधित हो गई। इस संबंध मे स्थानीय वर्तमान सरपंच राम कृष्ण मुखिया ने कहा की कुशमॉल गांव के वार्ड 05 में विधायक अनिरुद्ध कुमार के एकक्शिक कोष से निर्मित पुलिया बीते रात बालान नदी के जलस्तर मे वृद्धि होने से ध्वस्त हो गया।
पुलिया के ध्वस्त हो जाने से लोगो को भलुआही बाजार सहित स्कूली बच्चों को स्कूल जाने के लिए पांच किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी पड़ेगी। वही ग्रामीणों ने कहा की पुलिया निर्माण मे ठेकेदार द्वारा काफी मात्रा मे अनीमियता बरती गई थी। जिसके परिणामस्वरूप पुलिया ध्वस्त हो गया।
वही ग्रामीणों ने कहा की पुलिया के ध्वस्त हो जाने से कुशमॉल सुरक्षा बांध पर भी दबाब पड़ सकता है। वहीं, पूर्णिया जिले के अमौर प्रखंड में रंगरैया लाल टोली गांव में मुख्यमंत्री सड़क पर दास नदी पर बना पुल का एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया है। जिस कारण करीब 10000 लोगों की आबादी का आवागमन ठप हो गया है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि 2 साल पहले ग्रामीण कार्य विभाग के द्वारा 70 मीटर लंबी यह पुल बना था। पहले भी इसका एप्रोच पथ कटा था। अब तक तीन बार अप्रोच पथ कट चुका है। लेकिन सेंड बैग और अन्य चीजों को देकर खानापूर्ति कर एप्रोच पथ बनाया जाता है, फिर यह कट जाता है।
ग्रामीणों ने संवेदक पर पुल निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप लगाया है। बता दें कि बीते दिनों बिहार के अलग-अलग जिलों में कई सारे बड़े पुल ध्वस्त हो गए। इसमें कुछ निर्माणाधीन पुल थे तो कुछ का इस्तेमाल हो रहा था। पुल गिरने के मामले सामने आने के बाद बिहार सरकार के इनसे जुड़े करीब 15 इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है।
इस बीच बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने एक महीने के भीतर गिरे पुलों की तस्वीरें भी शेयर की हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि ‘बिहार में पुल नहीं वर्षों के सुशासनी भ्रष्टाचार के मीनार गिर रहे है। प्रतिदिन पुल गिरने के मामले में सरकार ने के मामले में विश्व रिकॉर्ड बनाया है। अभी तक सिर्फ़ ही पुल गिरे हैं। पुलियों के गिरने और धंसने की तो कोई गिनती ही नहीं।