लाइव न्यूज़ :

बिहार में कांग्रेस को झटका देने की तैयारी! भाजपा का दावा- टूट सकते हैं कई विधायक, शिवसेना जैसा होगा हाल

By एस पी सिन्हा | Updated: July 1, 2022 21:14 IST

भाजपा ने दावा किया है बिहार में कांग्रेस के कई विधायक टूट सकते हैं. कांग्रेस के कई विधायक अगले चुनाव में अपने-अपने क्षेत्रों के सामाजिक समीकरण को देखते हुए पाला बदलने की तैयारी में हैं.

Open in App

पटना: बिहार में AIMIM के बाद अब कांग्रेस पार्टी में टूट का खतरा मंडराने लगा है. बिहार कांग्रेस के विधायकों के टूटने का दावा भाजपा ने किया है. प्रदेश भाजपा ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में शिवसैनिकों में जैसी टूट हुई है, वैसी ही बिहार कांग्रेस में आने वाले दिनों में टूट देखी जायेगी. बिहार कांग्रेस के विधायक भी टूटने के लिए तैयार हैं. 

भाजपा के अनुसार सोनिया गांधी के गिरते स्वास्थ्य और राहुल गांधी के अक्षमता के कारण तमाम विधायकों को भी अपने भविष्य की चिंता है. परिवारवाद के खिलाफ अब कांग्रेस विधायक तैयार हो रहे हैं. 

गौरतलब है कि बीते वर्षों में बिहार की सियासत में जिस तरह से पाला बदलने और छोटे दलों के बड़े दलों में विलय की घटनाएं देखी जा रही हैं, उसमें कुछ भी असंभव नहीं. विधानसभा चुनाव के बाद बसपा विधायक ने जदयू का हाथ था. इसके बाद उपेन्द्र कुशवाहा ने अपनी पार्टी रालोसपा को जदयू में विलय करा लिया. 

वहीं, बिहार में बड़ा उलटफेर करते हुए लोजपा में टूट हुई और एकमात्र विधायक जदयू के साथ चले गए. ऐसे में अब यह कहा जा रहा है कि कांग्रेस विधायक अपने स्थानीय परिस्थितियों के मुताबिक गहन सोच-विचार कर रहे हैं. 

कांग्रेस के 10 से 12 विधायक हो सकते हैं अलग

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 10-12 विधायक जदयू के संपर्क में हैं. हालांकि जदयू वेट एंड वॉच की स्थिति में है. अंदर खाने से जो खबर आ रही है उसके मुताबिक कांग्रेस के कई विधायक अगले चुनाव में अपने-अपने क्षेत्रों के सामाजिक समीकरण को देखते हुए पाला बदलने की तैयारी में हैं. 

सूत्रों के अनुसार राजद से अलगाव और दूरी बनने के बाद तमाम विधायकों की नजर भाजपा की तरफ भी है. फिलहाल कांग्रेस पार्टी के बिहार में 19 विधायक हैं. बता दें कि दल-बदल कानून के तहत टूट के लिए लगभग 13 विधायक साथ होने चाहिए. 

जाहिर है यह किसी भी तरह आसान काम नहीं है. वहीं, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि भाजपा का काम पैसे के बल पर सभी दलों को तोड़ना है पर कांग्रेस पूरी तरह मजबूत है और तमाम विधायक एकजुट हैं. उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से यही बात सुनने को मिलती है पर कांग्रेस को तोड़ने की ताकत किसी में नहीं है. कांग्रेस लगातार मजबूत हो रही है.

बता दें कि बिहार में सभी मुख्य राजनीतिक पार्टियां सबसे बड़ी पार्टी बनने की होड़ में लगी हुई हैं. नंबर गेम जुटाने में फिलहाल राजद 80 विधायकों के साथ सबसे टॉप पर है तो, भाजपा 77 विधायकों के साथ नंबर दो पर हैं. बीते मई माह में मुकेश सहनी की वीआईपी के सभी तीन विधायक ने पाला बदलते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था. 

वहीं 30 जून को समाप्त हुए मॉनसून सत्र में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के बिहार में पांच में से चार विधायक ने राजद में खुद को विलय कर लिया था. 

टॅग्स :बिहार समाचारकांग्रेसभारतीय जनता पार्टीजेडीयूआरजेडी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारतजदयू के वरिष्ठ विधायक नरेंद्र नारायण यादव 18वीं बिहार विधानसभा के लिए चुने गए निर्विरोध उपाध्यक्ष

भारतबिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण से बनाई दूरी, जदयू ने कसा तंज, कहा- भाई तेजस्वी दिखे तो बताइए, वो कहां गायब हो गए?

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील