बिहार भाजपा ने किया ऐलान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगी विधानसभा चुनाव
By एस पी सिन्हा | Updated: June 6, 2024 16:11 IST2024-06-06T16:09:42+5:302024-06-06T16:11:02+5:30
जदयू के बयान की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव 2025 लड़ा जाएगा पर सहमति दिखाते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि इसमें दिक्कत क्या है? हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 1996 से हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। आगे भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे।

बिहार भाजपा ने किया ऐलान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगी विधानसभा चुनाव
पटना: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद जारी सियासी गहमा गहमी के बीच बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि 2025 की विधानसभा चुनाव भाजपा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगी। साथ बिहार में भाजपा को जिन सीटों की नुकसान हुई है उनकी समीक्षा की जाएगी। बता दें बिहार में एनडीए को 9 सीट नुकसान हुआ है। एनडीए के हिस्से में इस बार मात्र 30 सीट आई है। जिसको लेकर उन्होंने कहा कि लोकसभा में बिहार को 75 फीसदी मार्क्स मिला। पहले 6 फेज में हम लोगों को 28 सीट दे रहे थे।
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता ने एनडीए को 75 प्रतिशत मार्क्स दिया है। 25 फीसदी हमारी हार हुई है। इसकी समीक्षा की जा रही है। जिन सीटों पर हारे हैं, उसको लेकर समीक्षात्मक बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम और अधिक अच्छा कर सकते थे, हमारी उम्मीद थी कि हम 39, 40 सीट जीते। वहीं, जदयू के बयान की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव 2025 लड़ा जाएगा पर सहमति दिखाते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि इसमें दिक्कत क्या है? हम लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 1996 से हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। आगे भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे।
बता दें कि जदयू ने साफ किया था कि विधानसभा चुनाव 2025 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम ने 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव का मार्ग भी प्रशस्त कर दिया है। विजय चौधरी ने कहा था कि बिहार को विशेष पैकेज और मदद मिलनी चाहिए, हम लोगों की यह मांग आज भी कायम है। बिहार में एनडीए के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि नीतीश के नेतृत्व के प्रति जनता का भरोसा उसी तरह से कायम है जो साल 2005 और 2010 में हुआ करता था।