पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मंगलवार को हुए मतदान में करीब ढाई दर्जन दिग्गजों समेत कुल 1302 उम्मीदवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस दौरान मतदाताओं के उत्साह के देखते हुए सभी सियासी दल वोट को अपने-अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे हैं। भाजपा सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने दूसरे चरण के मतदान को लेकर के कहा कि अभूतपूर्व उत्साह है मै खुद वोट करके आ रहा हूं और जिस प्रकार की भीड़ हर बूथ पर दिख रही है पूरे चंपारण में वह बता रहा है कि इस बार आकड़ा 70 फीसदी से भी पर जाएगा।
एनडीए के पक्ष में जिस प्रकार का माहौल है बता रहा है कि हम 200 के आंकड़े का पार करके एक बहुत बड़े बहुमत से सरकार बनाने जा रहे है। वहीं, नीतीश सरकार में मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी ने कहा कि जो रुझान मिल रहे हैं और कार्यकर्ताओं से जो सूचना आ रही है, वह बेहद उत्साहजनक है। एनडीए के पक्ष में हर क्षेत्र में जबर्दस्त मतदान हो रहा है।
पहले चरण की तरह इस बार भी खासकर महिलाओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि वे 18 तारीख को शपथ लेंगे और 14 को परिणाम महागठबंधन के पक्ष में आएंगे। शपथ लेने से किसी को कोई नहीं रोक सकता, लेकिन बिहार के राज्यपाल शपथ नीतीश कुमार को ही दिलाएंगे।
जबकि महागठबंधन में शामिल भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि हमने जनता के मुद्दों पर चुनाव लड़ा और इस दौरान साफ दिख रहा है कि बिहार में बदलाव की लहर है। उन्होंने कहा कि गैस सिलेंडर के दाम में कमी, 200 यूनिट बिजली फ्री, कर्ज के बोझ से महिलाओं को मुक्ति, किसानों को सुरक्षा, कानून का शासन और हमने जो संकल्प पत्र जारी किया था, उस पर काम हो सके, उसको केंद्र करते हुए हमने चुनाव प्रचार संचालित किया। दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव प्रचार में लोगों का जबर्दस्त रिस्पांस मिला।
लोगों ने जोश-खरोश के साथ चुनाव लड़ा, और एक-एक वोट के लिए लड़ाई लड़ी गई। उन्होंने कहा कि यह सरकार बदलने की चाहत है, सत्ता-विरोधी लहर है। जब-जब लोग बदलाव चाहते हैं, तो वह वोटों में दिखता है। उधर, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि बिहार में हमारी सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह आश्वस्त हैं।
हमारे समर्थकों और मतदाताओं में जो उत्साह देखा गया है, उससे पता चलता है कि हमारी सरकार बनने जा रही है।
वहीं, रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने दूसरे चरण के मतदान पर कहा कि इस चरण का फीडबैक बेहद सकारात्मक है और हर तरफ एनडीए का ही दबदबा दिखाई दे रहा है। उन्होंने दावा किया कि राजद भले ही अपने पक्ष में दावे कर रही हो, लेकिन सरकार एनडीए की ही बनेगी और इस बार 2010 का रिकॉर्ड भी टूटेगा। कुशवाहा ने कहा कि नतीजे एनडीए के पक्ष में दिख रहे हैं और सरकार 100 फीसदी नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बनेगी। यह सब पूरी तरह नीतीश कुमार की लोकप्रियता और उनके कामकाज की वजह से हैं। उन्होंने दावा किया कि चारों तरफ से केवल एनडीए का ही जनसमर्थन नजर आ रहा है।
जबकि बंपर हुए मतदान से तेजस्वी यादव भी गदगद है। उन्होने एक्स पर लिखा कि मेरे बिहार ने कमाल कर दिया। मन गदगद है। हर जगह से बंपर मतदान की खबर है। ये कदम थमें नहीं। बुजुर्ग, महिलाएं, युवा, व्यापारी, किसान, हर जाति, हर वर्ग बढ़-चढ़ कर लोकतंत्र के इस महोत्सव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित किया है। ये क्रम रुके नहीं, ये कदम थमे नहीं।
इसी बीच बिहार भाजपा चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है। राज्य की जनता ने पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा जताया है। विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि 24 अक्टूबर को भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती पर हम सब इकट्ठे हुए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और रालोमो के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा वहां मौजूद रहे। हम सबने यह तय किया कि अधिक से अधिक क्षेत्र में सभा करने के लिए हम सब अलग अलग सभाएं करेंगे। धर्मेंद्र प्रधान ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव के नौकरी के वादे की आलोचना की, इसे अवास्तविक बताया।
उन्होंने कहा कि जमीन के बदले नौकरी घोटाले से सहमा बिहार उनकी बातों पर कोई भरोसा नहीं करेगा। प्रधान ने कहा कि तीर ही कमल है, कमल ही तीर है। यह फाॅर्मूला पिछले 30 साल का है। 1996 में अटल जी, जॉर्ज फर्नांडीस और आडवाणी के नेतृत्व में एनडीए बनी। 2005 में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। कोई कन्फ्यूजन नहीं है।
बीते चार चुनावों में तीन -तीन पर भाजपा और जदयू ने मिल कर चुनाव लड़ा हैं। नीतीश कुमार परिपक्व और सुलझे राजनेता हैं। पहली बार 2004 में सांसद बनने के पहले से नीतीश कुमार से मैं जुड़ा हूं। कुछ मामलों में वे स्वतंत्र होते हैं, मैं इनका आदर करता हूं। बता दें कि बिहार विधानसभा के दूसरे चरण में मतदाता तीन दलों के प्रदेश अध्यक्षों के अलावा कई दिग्गजों के राजनीतिक भविष्य का फैसला करेंगे।
दूसरे चरण के मतदान में तीन दलों के प्रदेश अध्यक्षों में से लोजपा (रामविलास) के राजू तिवारी गोविंदगंज से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की किस्मत कुटुंबा में दांव पर लगी है। टेकारी से हिन्दुस्तानी आवाम मोर्च के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार के भाग्य का फैसला भी मंगलवार को मतदाताओं ने सुना दिया है। अब चुनाव परिणाम आने के बाद पता चलेगा कि किसकी बातों पर जनता ने किया विश्वास और किसे दिया नकार।