बिहार विधानसभा चुनावः मताधिकार से वंचित करने की “साजिश”, प्रधानमंत्री और भाजपा के इशारे पर काम, तेजस्वी यादव ने कहा-आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे
By एस पी सिन्हा | Updated: July 13, 2025 16:36 IST2025-07-13T16:35:28+5:302025-07-13T16:36:44+5:30
Bihar Assembly Elections: विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, कांग्रेस विधायक दल के नेता दल शकील अहमद खान और कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह मौजूद थे।

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Bihar Assembly Elections: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के द्वारा कराए जा रहे मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण(एसआईआर) को लेकर सियासी घमासान तेज होता जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए इसे मतदाताओं को उनके मताधिकार से वंचित करने की “साजिश” करार दिया है। महागठबंधन की ओर से शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने दावा किया कि यह सब प्रधानमंत्री और भाजपा के इशारे पर हो रहा है, और इस बार बिहार से “आर-पार की लड़ाई” लड़ी जाएगी। इस दौरान विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, कांग्रेस विधायक दल के नेता दल शकील अहमद खान और कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह मौजूद थे।
#WATCH | Patna: RJD leader Tejashwi Yadav says, "...The Election Commission of India reported yesterday that 80% of the forms have been submitted... The Commission did not clarify how many forms were filled out in a verified, clean, and valid manner. We are continuously receiving… https://t.co/JPkg3yYQvHpic.twitter.com/0pEDYWFSrK
— ANI (@ANI) July 13, 2025
#WATCH | Patna: RJD leader Tejashwi Yadav says, "...Despite the Supreme Court's advice to bring flexibility in documents, the Election Commission has not issued any formal revised notification... the Election Commission has not clarified how many forms were uploaded without… pic.twitter.com/zJYnkYO5Sq— ANI (@ANI) July 13, 2025
तेजस्वी यादव ने कहा कि आयोग का दावा है कि राज्य में 80 फीसदी फॉर्म जमा हो चुके हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। उन्होंने कहा कि ईसी कह रहा है कि 80 फीसदी फॉर्म भर दिए गए हैं, लेकिन हमारे इलाके में तो फॉर्म अब तक जमा नहीं हुए हैं। कई जगहों पर फॉर्म सड़क पर फेंके हुए मिल रहे हैं। कहीं उन पर जलेबी बिक रही है। ये कैसा पुनरीक्षण है?”
#WATCH | Patna, Bihar: As the Supreme Court allows the Election Commission to conduct a special investigation on the electoral polls, CPI-ML leader Dipankar Bhattacharya says, "The Supreme Court gave the suggestion that a committee of three people must be formed, which should… pic.twitter.com/wcoOZMHMEQ
— ANI (@ANI) July 13, 2025
उन्होंने ईसी की प्रक्रिया को “ग़ैर पारदर्शी” और “आई वॉश” करार देते हुए कहा कि सर्वर बार-बार डाउन हो रहा है, ओटीपी की समस्या आ रही है। लेकिन इन तकनीकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जा रहा है। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि न तो बीएलओे को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं और न ही मतदाताओं को यह बताया गया कि वे दस्तावेज बाद में भी दे सकते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने एक वीडियो जारी किया, जिसमें एक फ्लाईओवर पर मतदाता सूची के फॉर्म खुले में पड़े हुए दिखाई दे रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने एक अखबार की तस्वीर भी प्रस्तुत की, जिसमें देवघर में एक जलेबी वाले के पास ऐसे ही फॉर्म पहुंचने की खबर प्रकाशित हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि पटना के गांधी मैदान में भी ये फॉर्म फेंके जा रहे हैं।
#WATCH | Patna, Bihar: As the Supreme Court allows the Election Commission to conduct a special investigation on the electoral polls, Founder of Vikassheel Insaan Party (VIP) Mukesh Sahani says, "When the Election Commission was doing these things without preparation, questions… pic.twitter.com/InQM0VPwK1
— ANI (@ANI) July 13, 2025
तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग को इस स्थिति पर स्पष्टीकरण देना चाहिए, क्योंकि उसके प्रवेश सूची और दस्तावेजों में विरोधाभास दिख रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने सर्वोच्च न्यायालय के सुझावों को भी नहीं माना है और मतदाता सूची में कोई संशोधन नहीं किया है।
#WATCH | Patna, Bihar | On being asked about sources citing that the Election Commission's SIR of voter lists for Bihar elections revealed names of people from Bangladesh, Nepal, and Myanmar, RJD leader Tejashwi Yadav says, "Who are these sources? These are the same sources that… pic.twitter.com/U2rvxfjMW1
— ANI (@ANI) July 13, 2025
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर शिकायतों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने दावा किया कि बूथ लेवल ऑफिसर्स (बीएलओ) पर अव्यवहारिक टारगेट का दबाव डाला जा रहा है, ताकि गरीब, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वोटरों के नाम सूची से हटाए जा सकें।
#WATCH | Patna, Bihar: As the Supreme Court allows the Election Commission to conduct a special investigation on the electoral polls, Bihar Congress President Rajesh Kumar says, "In the 2024 Lok Sabha elections, they had the figures with them. What was the problem with the… pic.twitter.com/kI05aAReAI
— ANI (@ANI) July 13, 2025
तेजस्वी यादव ने संभावित प्रभावों पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर एक प्रतिशत हमारे मतदाता भी छूट जाएं तो करीब 7 लाख 90 हजार मतदाताओं का वोट कट जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लगभग 3,251 मतदाताओं के वोट कट सकते हैं, यदि बिहार में 1 फीसदी मतदाताओं का भी सत्यापन नहीं हुआ।
तेजस्वी ने पिछली बार के विधानसभा चुनावों का हवाला दिया, जहां 52 सीटों पर हार-जीत का अंतर 5,000 वोटों से भी कम था। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि जिन मतदाताओं के नाम सूची से काटे जाएंगे, वे अक्सर वे लोग होंगे जो रोज़गार या अन्य कारणों से बिहार से बाहर रह रहे हैं। तेजस्वी यादव ने सवाल किया कि कहीं, अमित शाह या मोदी जी के कहने पर मतदाताओं का नाम काटा जा रहा है? उन्होंने दृढ़ता से कहा कि आप रोटी छीन सकते हैं, लेकिन वोट का अधिकार नहीं छीन सकते।