पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर सहमति बनने के बाद सोमवार को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने बैठक कर उन विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा की, जिन्हें वे आपस में बदलने या छोटे सहयोगी दलों के लिए छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का कहना है, "कहीं कोई नाराजगी नहीं है, सब ठीक है। एनडीए पूरी एकजुटता के साथ चुनाव लड़ेगा।" लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान कहते हैं, "एनडीए दलों के बीच (बिहार में) सीटों के बंटवारे का मुद्दा सौहार्दपूर्ण बातचीत से सुलझ गया है। कौन सी पार्टी किस सीट पर चुनाव लड़ेगी, इस पर भी चर्चा सकारात्मक बातचीत के साथ अंतिम चरण में है। मोदी जी और नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए के सभी दल एकजुटता के साथ पूरी तरह तैयार हैं।"
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक दलों के बीच 99 प्रतिशत सीटों पर यह तय हो गया है कि कौन-सी पार्टी किस सीट से चुनाव लड़ेगी। उनके अनुसार, शेष सीटों पर बहुत जल्द निर्णय लिया जाएगा।
प्रधान ने यहां एक होटल में भाजपा के मीडिया सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, “राजग के पांचों घटक दलों के बीच बातचीत जारी है। लगभग सभी सीटों पर सहमति बन चुकी है।” उन्होंने यह बातें तब कही हैं जब राजग में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद के स्वर उभरने लगे हैं।
जनता दल यूनाइटेड (जद(यू)) ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी के हिस्से में गई कुछ सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह दे दिया है। सूत्रों का कहना है कि राजग में सीट बंटवारे को लेकर सब कुछ ठीक नहीं है, कुछ सीटों को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
हालांकि राजग में एक जुटता दिखाने के लिए जद(यू) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, लोकजनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के उपेंद्र कुशवाहा ने ‘एक्स’ पर यह जानकारी दी है कि “सीटों की संख्या तय हो गई है, कौन दल किस सीट पर लड़ेगा, इसकी सकारात्मक बातचीत अंतिम दौर में है। मोदी जी और नीतीश जी के नेतृत्व में राजग के सभी दल एकजुटता के साथ पूरी तरह तैयार हैं।” प्रधान ने दावा किया कि विपक्षी दलों को अपनी हार साफ दिखाई दे रही है।
उन्होंने कहा “14 नवंबर के बाद एक बार फिर बिहार में राजग की सरकार बनेगी।” प्रधान ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्पष्ट मानना है कि पूर्वोत्तर भारत के विकास का मार्ग बिहार से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा, “बिहार देश की राजनीतिक पाठशाला है। बिना बिहार की राजनीति को समझे, कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक रूप से परिपक्व नहीं हो सकता।”
सत्तारूढ़ गठबंधन के दोनों प्रमुख सहयोगी दलों भाजपा और जद(यू) ने इस बार 243 सदस्यीय विधानसभा की 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। यह संख्या पांच साल पहले से कुछ कम है। गठबंधन के शेष 41 सीटों में से 29 सीटें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को दी गई हैं, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा और पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को छह-छह सीटें मिली हैं।
यह बैठक जद (यू) के कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा के आवास पर हुई, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य मंत्री नितिन नवीन भी शामिल हुए। नवीन ने मांझी की नाराजगी को लेकर उठे सवालों को तवज्जो न देते हुए कहा, “कहीं कोई कटुता नहीं है। सब कुछ ठीक है। सभी घटक दल अपने-अपने उम्मीदवारों के चयन में व्यस्त हैं ताकि जल्द से जल्द नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकें।”
गौरतलब है कि रविवार को जब सीट बंटवारे का फार्मूला दिल्ली में घोषित किया गया, उस समय मांझी पटना में थे। उन्होंने अपनी पार्टी को “अनुचित हिस्सेदारी” मिलने पर नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी थी कि इसका “गठबंधन पर प्रतिकूल असर” हो सकता है, हालांकि उन्होंने किसी तरह की बगावत से इनकार किया था।