सीएम फेस को लेकर कांग्रेस-राजद में तकरार?, तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे-राहुल गांधी मुलाकात में नहीं निकला हल
By एस पी सिन्हा | Updated: April 15, 2025 14:16 IST2025-04-15T14:14:43+5:302025-04-15T14:16:52+5:30
Bihar Assembly Elections: आगामी 17 अप्रैल को पटना में महागठबंधन की बैठक होने जा रही है, जिसमें कांग्रेस और राजद के साथ ही मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी और वामपंथी खेमे के तीन दलों-भाकपा माले, सीपीएम और सीपीआई के नेताओं की बैठक होगी।

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पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कांग्रेस और राजद के बीच जारी तल्खी कम होती नहीं दिख रही है। दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई बैठक में तेजस्वी यादव और राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस के बड़े नेता शामिल थे। लेकिन तेजस्वी यादव को यहां भी कोई आश्वासन नहीं मिलने की चर्चा है। ऐसे में लगता है कि तेजस्वी यादव के तेवर अब ढीले पड़ गए हैं। बैठक खत्म होने के बाद जब मीडियाकर्मियों ने तेजस्वी यादव से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर पूछा तो उन्होंने कहा कि बातचीत के बाद सारी चीजें सामने आ जाएंगी।
उन्होंने कहा कि हम सभी ने बैठक की है और काफी सकारात्मक चर्चा हुई है। हम सभी 17 तारीख को पटना में अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठेंगे। हम पूरी तरह से तैयार हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम बिहार को मजबूती के साथ आगे ले जाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। 20 साल से सत्ता में रही राज्य सरकार और 11 साल से केंद्र में एनडीए की सरकार है।
इनके 20 साल के सरकार में बिहार में सबसे गरीब है, प्रति व्यक्ति आय सबसे कम है और सबसे ज्यादा पलायन होता है। हम मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं, सूत्रों के अनुसार बातचीत में जो बात सामने आई हैं, उसके मुताबिक राजद और कांग्रेस के बीच सीटों का पेंच फंस रहा है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस चाहती है कि उसे 70 से कम सीटें ना मिले।
सूत्रों की मानें तो राजद इस बार 50 से कम सीटें देना चाहती है। लेकिन कांग्रेस भी चाहती है कि उसके खाते में जिताऊ और मजबूत सीटें हों। पिछली बार उसे कमजोर और शहरी सीटें मिली थीं, जिससे स्ट्राइक रेट कम हो गया था। इस बार कांग्रेस को मजबूत और जिताऊ सीटें मिले। वहीं, राजद सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार, प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव की बिहार चुनाव में भूमिका को लेकर भी आज मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से चर्चा किया है। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव हाल के दिनों में कन्हैया कुमार की राजनीति से नाराज नजर आ रहे हैं।
इसी का नतीजा था कि राहुल गांधी के पिछले बिहार दौरे से वह दूरी बना लिए थे। उल्लेखनीय है कि सियासी गलियारे में अक्सर यह चर्चा होती रहती है कि तेजस्वी यादव बिहार में कांग्रेस की ओर से कन्हैया को फेस बनाने पर सहमत नहीं होते हैं। इस बार भी कांग्रेस की यात्रा और राहुल गांधी के कार्यक्रम से तेजस्वी यादव ने साफ-साफ दूरी बना ली थी।
वहीं सूत्रों के अनुसार शीट शेयरिंग के अलावा यह भी एक ऐसा मुद्दा है, जिसको लेकर बिहार में महागठबंधन के अंदर बिखराव की स्थिति दिखती है। हालांकि, सूत्रों का यह भी कहना है कि आने वाले समय में बिहार में तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किये जाएंगे यह भी तय है। लेकिन, कांग्रेस चाहती है कि उसके पहले उसे मुहमांगी सीटें मिल जाए।
बता दें कि आगामी 17 अप्रैल को पटना में महागठबंधन की बैठक होने जा रही है जिसमें कांग्रेस और राजद के साथ ही मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी और वामपंथी खेमे के तीन दलों-भाकपा माले, सीपीएम और सीपीआई के नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक में सीटों के बंटवारे और आगामी चुनाव को लेकर रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है। हालांकि यह तय है कि महागठबंधन में ही रहकर कांग्रेस और राजद बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी।