बिहार विधानसभा चुनाव 2025ः शराबबंदी कानून पर सवाल, ताड़ी से हटाएंगे प्रतिबंध?, तेजस्वी यादव ने किया ऐलान
By एस पी सिन्हा | Updated: March 6, 2025 16:49 IST2025-03-06T16:48:42+5:302025-03-06T16:49:46+5:30
Bihar Assembly Elections 2025: चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनी तो कानून में बड़ा बदलाव करेंगे और ताड़ी को शराबबंदी से अलग करेंगे।

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Bihar Assembly Elections 2025:बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों के द्वारा चौसर बिछाया जाने लगा है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों दावा किया था कि अगर बिहार में उनकी सरकार बनी तो 24 घंटे के भीतर शराबबंदी को खत्म करेंगे। अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया कि शराबबंदी को सरकार ठीक ढंग से लागू नहीं कर पाई है। चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनी तो वह इस कानून में बड़ा बदलाव करेंगे और ताड़ी को शराबबंदी से अलग करेंगे।
तेजस्वी ने शराबबंदी कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में जहरीली शराब से अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। राजद कार्यालय में गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा कि 1 अप्रैल 2016 से 31 अगस्त 2024 तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की शराबबंदी के चलते गिरफ्तारी हुई है।
मद्य निषेध विभाग ने 5 लाख 43 हजार 326 और 6 लाख के करीब लोगों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून न सिर्फ गरीबों की तबाही का कारण बन गया है बल्कि पुलिस के लिए दमन का एक बड़ा हथियार भी बन चुका है। ताड़ी को बिहार की बड़ी आबादी की जीविका मुख्य स्रोत बताते हुए तेजस्वी ने कहा कि पासी समाज के रोजी रोटी के लिए ताड़ी को शराबबंदी से अलग रख जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनी बिहार में 200 यूनिट फ्री में बिजली दिया जाएगा।
इसी तरह बिहार में 100 फीसदी डोमिसाइल नीति लागू किया जाएगा। सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म भरते हैं उस फॉर्म का भी पैसा नहीं देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रतियोगिता परीक्षा के लिए आने-जाने वाले परीक्षार्थियों को किराया भी देगी। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के युवाओं को नौकरी-रोजगार देना हमारी पार्टी की प्राथमिकता रही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश अचेत हैं और राज्य का सरकारी खजाना लूटा जा रहा है। हमारी सरकार गरीबों के लिए खजाना खोलेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने तेजस्वी से महागठबंधन के मुख्यमंत्री के चेहरे पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री का चेहरे कोई भी हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता।
मैं अपने काम में लगा हूं। जनता तय करेगी आगे क्या होगा। वहीं, नालंदा में एक महिला के पैर में 12 कील ठोक कर डालकर हत्या किए जाने के मामले पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार में क्या हालत है, आप देख लीजिए। हालात कितने खराब हैं, इस घटना से आप अंदाजा लगा सकते हैं।
मुख्यमंत्री के गृह जिला का जब यह हाल है तो आप समझ सकते हैं कि अन्य जिलों का क्या हाल होगा। बिहार में लगातार अपराध हो रहा है और मुख्यमंत्री अंजान बने हुए हैं। मुख्यमंत्री तो अचेत हैं, उनको पता ही नहीं रहता है!