Bihar Assembly Elections 2025:बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जारी गहमागहमी के बीच टिकटार्थियों का हुजूम पार्टी कार्यालयों के अलावे दिग्गज नेताओं के दरवाजे पर जमा हो जा रहा है। एक ऐसा ही नजारा राजद प्रमुख लालू यादव-राबडी देवी के आवास के बाहर देखा जा सकता है। यहां टिकट की आस लगाए बडे पैमाने पर युवा-युवतियों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं का जत्था जमा हुआ है। हाल यह है कि सड़क पर खाना और सड़क पर सोना इनकी दिनचर्या में शामिल हो गया है।
टिकट के चाहने वालों के साथ-साथ टिकट कटवाने वालों की भीड़ देखी जा रही है। शायद ही कोई दिन ऐसा बीतता होगा, जिस दिन लालू-राबड़ी आवास के बाहर हंगामा-नारेबाजी नहीं होता हो।
इस बार मौजूदा विधायकों के टिकट कटवाने की होड़ मची है। इसका एक ताजा उदाहरण रविवार को देखने को मिला, जब लालू-राबड़ी आवास के बाहर राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। दर्जनों कार्यकर्ताओं ने विरोध जताते राजद के एक मौजूदा विधायकों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे। कार्यकर्ताओं ने मसौढ़ी की मौजूदा विधायक रेखा देवी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टिकट नहीं देने की मांग की। समर्थकों ने ‘रेखा को हटाना है, मसौढ़ी को बचाना है’ जैसे नारे लगाए।
बताया जा रहा है कि रेखा देवी को फिर से टिकट मिलने की चर्चा के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। कई कार्यकर्ता राबड़ी आवास के बाहर जुटे और अपने-अपने बैनर-पोस्टर लेकर विरोध जताया। इस दौरान पुलिस को भी हालात नियंत्रित करने में मशक्कत करनी पड़ी। इसके साथ ही लालू-राबड़ी आवास पर मखदुमपुर से पहुंचे राजद के कार्यकर्ताओं ने वहां के मौजूदा विधायक सतीश कुमार दास का जबर्दस्त विरोध किया।
लोगों ने सतीश दास मुर्दाबाद के नारे लगाया। प्रदर्शन के दौरान राजद के कार्यकर्ता यह कह रहे थे कि मखदुमपुर से सतीश कुमार दास को टिकट नहीं मिलना चाहिए। यदि पार्टी उसे टिकट देती है तो हम सभी लोग क्षेत्र में विरोध करेंगे। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले यह घटना पार्टी के लिए एक चुनौती भी है, क्योंकि कार्यकर्ताओं का असंतोष मौजूदा विधायकों के खिलाफ मतभेद को बढ़ा सकता है और पार्टी की चुनावी ताकत को प्रभावित कर सकता है।
हालांकि, पार्टी नेतृत्व इस मुद्दे को सुलझाने और कार्यकर्ताओं व नेताओं के बीच तालमेल बनाए रखने की कोशिश में जुटा हुआ है।