पटना: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में मां जानकी मंदिर के शिलान्यास और भूमि पूजन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के अलावा उन्होंने लालू यादव को भी निशाने पर लिया। बिहार में चल रहे एसआईआर को लेकर उन्होंने मंच से कहा कि लालू प्रसाद जी! आप किसको बचाना चाहते हो, एसआईआर में गड़बड़ी है तो आपत्ति क्यों नहीं दर्ज कराए? इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पहले से बिहार चुनाव में हार की वजह बता रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस और राजद पर एसआईआर को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “घुसपैठिए कभी भी भारत के वोटर नहीं बन सकते। वोट का अधिकार सिर्फ भारतीय नागरिकों को है।”
शाह ने लालू प्रसाद यादव पर भी हमला बोलते हुए पूछा कि आप बताइए, आप किन लोगों को बचाना चाहते हैं? कांग्रेस और राजद ने चुनाव आयोग की एसआईआर सूची पर आपत्ति नहीं की, लेकिन अब विरोध कर रहे हैं क्योंकि ये लोग आपके वोटबैंक हैं। रेल विकास पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, बिहार के लिए सालाना 1132 करोड़ रुपये मिलते थे। अब मोदी सरकार के कार्यकाल में 2025-26 में 10066 करोड़ रुपये सिर्फ रेल के लिए आवंटित किए गए हैं। उन्होंने इसे बिहार के लिए ‘सोने की शुरुआत’ बताया।
अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला बोलता हुए कहा कि राहुल बाबा! आप संविधान लेकर घूम रहे हो। तनिक उसे खोलकर पढ़ भी लो। घुसपैठियों को चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा सकता। संविधान भी इसकी इजाजत नहीं देता। मुझे पता है कि यहां पूर्ण बहुमत से एनडीए की सरकार बनने वाली है। उन्होंने कहा कि आज यहां पर नीतीश बाबू ने माता सीता की जन्मस्थली पर पुनौरा धाम मंदिर और उसके पूरे परिसर का सैकड़ों करोड़ रुपये से विकास करने का जो काम किया है, उससे न केवल मिथिलांचल बल्कि पूरे बिहार को फायदा होने वाला है। आज मैं एक बात बताना चाहता हूं, ये जो हमारा मिथिलांचल है, यहां की संस्कृति केवल मिथिलांचल की संस्कृति नहीं है पूरे भारतवर्ष का यह गहना है। उन्होंने मिथिला की संस्कृति को भारत का धरोहर बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक क्षेत्रीय परंपरा नहीं, बल्कि पूरे देश का गौरव है।
अमित शाह ने कहा कि यह वही पावन भूमि है जहां राजा जनक ने सोने का हल चलाया था और मां जानकी प्रकट हुई थीं। आज यहां बारिश होकर जैसे मां सीता ने खुद आशीर्वाद दिया है। इस पावन स्थल को देश की मातृशक्ति को समर्पित किया जाएगा। जहां राम-सीता की पहली मुलाकात हुई, जहां लव-कुश का जन्म हुआ और जहां सीता माता ने अंत समय बिताया, उन सभी स्थानों को भव्य रूप दिया जाएगा।
अमित शाह ने घोषणा की कि पुनौरा धाम में 890 करोड़ रुपये की लागत से भव्य माता जानकी मंदिर और स्मारक परिसर का निर्माण किया जाएगा। इसके तहत परिक्रमा मार्ग का निर्माण, धार्मिक जल स्रोतों का विकास, स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थापना, रामायण कथाओं पर आधारित थ्री-डी अनुभव केंद्र जहां युवा माता सीता और श्रीराम के जीवन प्रसंगों को देख सकेंगे। माता सीता भारतीय संस्कृति की आदर्श पत्नी, बेटी, मां और राजमाता रहीं। उनका यह मंदिर न केवल उन्हें, बल्कि मैत्रेयी, गार्गी और विदुषी भारती जैसी महान महिलाओं को भी समर्पित होगा।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मिथिला की कला और संस्कृति को भरपूर सम्मान दिया। 2018 में शारदा सिन्हा को पद्म भूषण और 2025 में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वाजपेयी जी ने मैथिली भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया और मोदी जी ने इसे वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया। यहां तक कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति को भी मिथिला की कलाकृति भेंट की गई।