पटनाः कोरोना काल में भी बिहार के मतदाता झूम कर निकले. पहले की तुलना में दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा. दूसरे चरण में आज 17 जिलों की सभी 94 सीटों के लिए मतदान का समय अब समाप्त हो गया है. इसमें दो मुख्यमंत्री के चेहरे और कई दिग्गजों समेत 1463 उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है.
अब किसकी किस्मत में विधानसभा की कुर्सी होगी. इसका खुलासा 10 नवंबर को चुनाव परिणाम के दिन ही होगा. 94 विधानसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक 53,51 फीसदी मतदान हुआ.आज खासकर महिलाओं में मतदान को लेकर जबर्दस्त उत्साह देखा गया. बूथों पर लंबी कतारें लगी रहीं.
तमाम सुरक्षा इंतजामों के बीच मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदाता लगातार पहुंचते रहे. दियारा इलाके में नाव और घोडे़ से लोग वोट देने पहुंचे. मोतिहारी में महिलाएं गीत गाते हुए मतदान केंद्र पर वोट देने पहुंची. पहले चरण के मुकाबले बेहतर मतदान देखे गये.
नंदकिशोर यादव और राणा रणधीर सहित 1463 उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में कैद
इसके साथ ही इस चरण में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, सरकार के चार मंत्रियों श्रवण कुमार, रामसेवक सिंह, नंदकिशोर यादव और राणा रणधीर सहित 1463 उम्मीदवार की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है. इससे पहले चार जिलों आठ निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान का समय शाम चार बजे ही खत्म हो गया था.
इनमें दरभंगा का कुशेश्वरस्थान (सु), गौडाबौराम, मुजफ्फरपुर के मीनापुर, पारू व साहेबगंज तथा वैशाली का राघोपुर एवं खगड़िया का अलौली (सु) व बेलदौर निर्वाचन क्षेत्र शामिल है. शेष सभी चुनाव क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक चुनाव का समय था.
17 जिलों की 94 सीटों के पर 41,362 बूथों का गठन किया गया था
दूसरे चरण के चुनाव को लेकर 17 जिलों की 94 सीटों के पर 41,362 बूथों का गठन किया गया था. आज सभी लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हुई थी कि कितना मतदान होता है? क्या पहले चरण का रिकार्ड टूटेगा? बता दें कि कोरोना काल के बीच हुए पहले चरण में 71 सीटों पर 55 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था. जो 2015 के विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा था.
आज राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बहू और तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय ने अपना वोट डाला. वह छपरा में अपने पिता चंद्रिका राय के साथ बूथ पर मतदान करने पहुंची. चंद्रिका राय परसा से जदयू के टिकट पर चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. पटना में बॉलीवुड अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपना मत डाला.
महिलाओं ने एक बार फिर से बिहार चुनाव को खास बना दिया. दूसरे चरण की 94 सीटों पर जहां आज वोट डाले गये, वहां तमाम मतदान केंद्रों पर बडी तादाद में महिला मतदाता वोट देने पहुंची थीं. महिलाओं की जबर्दस्त भागीदारी के चलते प्राय: सभी बूथों पर उमंग-उत्साह का माहौल नजर आया. चुनाव आयोग के मुताबिक राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराया गया. कहीं से भी बवाल, तोड-फोड या हिंसा की कोई खबर नहीं है.
मुख्यमंत्री नीतीश की जनसभा में पत्थरबाजी नहीं बल्कि प्याज फेंके गए थे
उधर मधुबनी में तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश की जनसभा मे पत्थरबाजी नहीं बल्कि प्याज फेंके गए थे. मतदान के शुरू में ही बिहार के कई दिग्गज नेताओं ने अपने वोट डाले. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व मुख्यमंत्री समेत उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, केंद्रीय राज्यमंत्री नित्यानंद राय, बिहार भाजपा प्रभारी संजय जायसवाल जैसे नेताओं ने वोट डाले.
उधर. वैशाली जिले के लालगंज विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 191 पर सुरक्षा में तैनात बीएसएफ के सबइंस्पेक्टर केआर भाई की हार्ट अटैक होने से मौत हो गई. मृतक सब इंस्पेक्टर केयर भाई गुजरात बीएसएफ में पदस्थापित थे. वह गुजरात राज्य के वडोदरा शहर के रहने वाले थे.इस घटना को लेकर जानकारी मिली है कि मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के ऐन वक्त पर इस सब इंस्पेक्टर को सीने में अचानक तेज दर्द शुरू हो गया, जिसके बाद इन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. हॉस्पिटल में जांच के बाद डॉक्टरों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना की जानकारी दी है. स्थानीय पुलिस ने इस घटना के संबंध में बीएसएफ के जवानों का बयान दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू करा दी है.
दूसरे चरण में होने वाले मतदान में आज मुख्यमंत्री पद के दो दावेदार राजद नेता सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और प्लूरल्स प्रेसिडेंट पुष्पम प्रिया चौधरी समेत तेज प्रताप यादव जैसे कई दिग्गजों अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. आज के मतदान के साथ ही 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए 165 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रतिनिधियों की किस्मत भी ईवीएम में कैद हो गई. दूसरे चरण में 2,86,11,164 मतदाता थे.
मोतिहारी जिले के मधुबन विधानसभा क्षेत्र के संबली में एक बूथ पर सडक की मांग को लेकर लोगों ने वोट बहिष्कार किया. शाम के 4.55 मिनट तक वहां मतदान शुरू तक नहीं हुई थी. ग्रामीणों को समझाने के लिए मौके पर अधिकारी भी जुटे रहे, लेकिन ग्रामीणों ने मतदान से साफ इनकार कर दिया. मोतिहारी मे शाम के छह बजे तक ही मतदान होना था.