लाइव न्यूज़ :

Bihar Araria Bridge: ना नदी, ना ही नाला, खेत में बना दिया पुल, 3 करोड़ की लागत, अररिया में चर्चा, देखें वीडियो

By एस पी सिन्हा | Updated: August 8, 2024 15:28 IST

Bihar Araria Bridge: पुल बिहार में अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड के परमानंदपुर गांव में बनाया गया है। चारों तरफ फसलों से लहलहाते खेत के बीच एक पुल बना दिया गया है।

Open in App
ठळक मुद्देBihar Araria Bridge: पुल के नीचे किसी नदी या नाले का बहाव भी नही है। Bihar Araria Bridge: खेत के बीच पुल के निर्माण से ग्रामीण भी परेशान हैं।Bihar Araria Bridge: 6 महीने पहले पुल का निर्माण कराया गया था।

Bihar Araria Bridge: बिहार पुलों के गिरने को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहता है। पिछले एक महीने में करीब-करीब दो दर्जन से अधिक पुलों के धराशाई होने की चर्चा चलती रही है। लेकिन अब राज्य में एक अनूठा मामला सामने आया है, जिसमें बगैर किसी नदी अथवा नाले के ही खेत में पुल का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग ने करवाकर एक मिसाल कायम कर दिया है। यह पुल अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड के परमानंदपुर गांव में बनाया गया है। बताया जाता है कि चारों तरफ फसलों से लहलहाते खेत के बीच एक पुल बना दिया गया है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि पुल तक जाने का न तो रास्ता है और न ही पुल से वापस आने का कोई रास्ता। पुल के नीचे किसी नदी या नाले का बहाव भी नही है। खेत के बीच पुल के निर्माण से ग्रामीण भी परेशान हैं।

मजेदार बात यह भी है कि पुल के आसपास किसी तरह का बोर्ड नहीं लगा है कि लोग जान सकें कि किस योजना से पुल का निर्माण किया गया है। लेकिन इसका निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा करवाने की बात सामने आ रही है। ग्रामीण सरकार के इस अनोखे पुल को देख माथा पीट रहे हैं। ग्रामीणों को यह भी नहीं पता कि पुल तक आने और आने के लिए सड़क बनाई जाएगी या नहीं?

करीब 6 महीने पहले पुल का निर्माण कराया गया था। पुल बनाने के उद्देश्य के बारे में भी ग्रामीणों को कुछ पता नहीं है। लोगों का कहना है कि पुल से उनका रास्ता ही बाधित हो गया है। ऐसे में लोगों का कहना है कि ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों ने लाखों रुपयों को हजम करने के लिए यहां पुल का निर्माण करवा दिया।

जबकि इस पुल का मतलब भी नहीं है। पुल तक जाने और वहां से ​आने के लिए न तो सड़क या फिर एप्रोच रोड का ही निर्माण करवाया गया है। लोगों के अनुसार बिना सड़क और एप्रोच रोड के यह दुनिया का पहला और आखिरी पुल जो होगा। एक तरफ गिरते पुलों को लेकर चर्चा और अब खेत में बने इस पुल ने बिहार सरकार के कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी है।

टॅग्स :बिहारनीतीश कुमार
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतBihar: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद को लिया निशाने पर, कहा- बालू माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाया जाएगा

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट