पटना, 28 मार्चः बिहार विधानसभा में विनियोग विधेयक-2018 ध्वनि मत से पारित हो गया। हालांकि वोटिंग नहीं कराए जाने से नाराज राजद विधायकों ने सदन के अध्यक्ष के कक्ष के सामने आज धरना दिया। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने इसे 'लोकतंत्र की हत्या' बताया।
वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 1.76 लाख करोड़ रूपये से जुडे उक्त विधेयक पर चर्चा के बाद वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी के जवाब के बाद अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के विधेयक को ध्वनि मत से पारित किए जाने की घोषणा किए जाने पर राजद सदस्यों ने विरोध किया।
विपक्षी सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताते हुए सदन से बहिर्गमन करने से पहले अध्यक्ष के निर्णय के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में राजद सदस्यों ने अध्यक्ष के कक्ष के सामने धरना देते हुए और उनके खिलाफ नारेबाजी की और इसे "लोकतंत्र की हत्या" बताया।
विनियोग विधेयक पेश किये जाने के समय सदन में तेजस्वी उपस्थित नहीं थे। इस बारे में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि घंटी बजने के बाद जैसे ही सदन में जाने के लिए उसके गेट पर पहुंचे तब तक वोटिंग के लिए दरवाजा बंद हो चुका था जिससे वे सदन के भीतर प्रवेश नहीं कर सके।