अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर पीएम मोदी ने कहा-सिंदूर अब वीरता का प्रतीक बन गया, डाक टिकट और 300 रुपये का सिक्का जारी
By सतीश कुमार सिंह | Updated: May 31, 2025 13:19 IST2025-05-31T13:18:20+5:302025-05-31T13:19:40+5:30
चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व, कांटों से भरा ताज, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी। लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभुसेवा और जनसेवा को कभी अलग नहीं माना।

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भोपालः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल में अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर उनकी याद में डाक टिकट और 300 रुपये का सिक्का जारी किया। पीएम ने कहा कि सबसे पहले मैं मां भारती को, भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं। आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जन्मजयंती है। 140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है। राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भगीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई कहती थी कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है, दतिया और सतना भी हवाई सेवा से जुड़ गए हैं।
LIVE: PM Shri @narendramodi participates in Devi Ahilyabai Mahila Sashaktikaran Mahasammelan and launches projects in Bhopal, Madhya Pradesh.#AhilyaBaiHolkarAt300https://t.co/HzQj1lIFeY
— BJP (@BJP4India) May 31, 2025
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में इंदौर मेट्रो, सतना और दतिया हवाई अड्डों का ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में उनकी प्रशंसा की और उनके पराक्रम को याद किया।
अहिल्याबाई होलकर भारत की विरासत की संरक्षिका थीं; उन्होंने हमारे मंदिरों और तीर्थ स्थलों की रक्षा की जब उन पर आक्रमण हो रहा था। हमारी सरकार ‘नागरिक देवो भव’ के मंत्र पर काम कर रही है, जो अहिल्याबाई होल्कर का दर्शन था। सिंदूर अब वीरता का प्रतीक बन गया है। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ायेंगे। विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे।
मैं आज इस पवित्र दिवस पर इन सभी कामों के लिए पूरे मध्य प्रदेश को बहुत बधाई देता हूं। लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर का नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है।
देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया। उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया।