भोपालः मध्य प्रदेश में भाजपा के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने एक पशु चिकित्सक पर भाजपा सांसद मेनका गांधी की कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए उन्हें ‘‘घटिया महिला’’ कहा।
उन्होंने कहा कि वह शर्मिदा हैं कि मेनका गांधी उनकी पार्टी की सांसद हैं। मालूम हो कि कथित टिप्पणी के विरोध में देश भर के पशु चिकित्सकों ने बुधवार को मेनका गांधी के खिलाफ काला दिवस मनाया था। विश्नोई ने इस मामले में ट्वीट किया, ‘‘ विगत दिवस सांसद मेनका गांधी ने पशु चिकित्सक डॉ विकास शर्मा से जिन शब्दों में बात की, उससे वेटरनरी कॉलेज जबलपुर घटिया सिद्ध नहीं हो जाता है, परंतु यह जरूर सिद्ध हो जाता है कि मेनका गांधी निहायत ही घटिया महिला हैं। मैं शर्मिंदा हूं कि ये मेरी पार्टी की सांसद (नेता नहीं) हैं।’’
पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करने के तरीके पर विश्नोई के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी, के सवाल पर भाजपा के मध्य प्रदेश के प्रभारी मुरलीधर राव में शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘ इस मुद्दे पर पार्टी में आवश्यक बातचीत होगी।’’
पशु चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन
इंडियन वेटनरी एसोसिएशन (आईवीए) ने कहा है कि भाजपा सांसद और पशु अधिकार कार्यकर्ता मेनका गांधी द्वारा एक पशु चिकित्सक को डांटने के दौरान कथित तौर पर असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के विरोध में देश भर के पशु चिकित्सकों ने काला दिवस मनाया और काली पट्टी बांधी।
आईवीए द्वारा राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। आईवीए अध्यक्ष और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के सदस्य उमेश शर्मा ने कहा कि देश भर के पशु चिकित्सकों ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री द्वारा कथित तौर पर उनके खिलाफ की जाने वाली भाषा की कड़ी निंदा की और विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर काम किया।
शर्मा ने कहा कि मेनका गांधी ने मंगलवार को फोन पर एक पशु चिकित्सक के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया और बातचीत के दौरान असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया। मेनका गांधी की कथित बातचीत का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
भाजपा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता
आईवीए ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी एक पत्र लिखा है और उनसे मेनका गांधी की टिप्पणी पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि मेनका गांधी के इस कृत्य से भाजपा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है।
एसोसिएशन ने मांग की कि भाजपा सांसद अपनी टिप्पणी वापस लें और सार्वजनिक तौर पर काफी मांगे। शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के संकट के दौरान देश भर में 150 से अधिक पशु चिकित्सक और एक हजार से अधिक पैरा मेडिक्स लोगों ने राष्ट्र की सेवा करते हुए अपनी जान गंवाई है।
आगरा के पशु चिकित्सक का आरोप: मेनका गांधी ने फोन पर ‘गालियां’ दीं
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा सांसद मेनका गांधी ने आगरा के एक पशु चिकित्सक को कथित रूप से गालियां दीं एवं उनका लाइसेंस रद्द कराने की धमकी दी है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में ऑडियो क्लीप सामने आने के बाद विरोध शुरू हो गया जिसमें गांधी ने चिकित्सक एन एल गुप्ता की डिग्रियों पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया है।
वह एक व्यक्ति से उसके कुत्ते की सर्जरी करने की खातिर लिए गए धन को भी लौटाने के लिए कह रही हैं। ऑडियो क्लीप में आवाज की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकती है, लेकिन चिकित्सक ने आरोप लगाए कि उन्हें सीतापुर की सांसद ने फोन किया था। आगरा के इंडियन वेटनरी एसोसिएशन के सदस्यों ने गांधी के खिलाफ नारेबाजी की।
कथित बातचीत के दौरान गांधी ने चिकित्सक के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया जबकि चिकित्सक उन्हें ‘‘मैडम’’ कहते सुनाई दे रहे हैं। सासंद ने उनसे कहा कि कुत्ते की सर्जरी के लिए ली गई धनराशि नहीं लौटाने की सूरत में जिलाधिकारी से कहकर उनका क्लीनिक बंद करवा देंगी।
उन्होंने उन्हें जेल भेजने की धमकी भी दी है। सांसद ने ऑडियो में कहा कि दूसरे डॉक्टर ने गुप्ता द्वारा की गई सर्जरी को खराब काम बताया। गुप्ता ने बताया कि एक जून को ग्वालियर के आनंद अपने कुत्ते लेकर उनके क्लीनिक पर आए और उन्होंने पूरे प्रोटोकॉल के साथ कुते का ऑपरेशन किया था।
गुप्ता ने कहा, ‘‘मुझे सांसद मेनका गांधी का 21 जून को कुते की सर्जरी के बारे में फोन आया। उन्होंने मुझे कहा कि वह 70 हजार रुपये मुआवजे का भुगतान कुता मालिक को करें अन्यथा वह उनका लाइसेंस रद्द करा देंगी।’’ गुप्ता ने कहा कि उन्होंने कुता मालिक से सर्जरी के बाद उसका ख्याल रखने के लिए कहा था, लेकिन उसने ख्याल नहीं रखा।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने भारतीय पशु चिकित्सा संगठन को इस फोन कॉल से अवगत करा दिया है।’’ हाल में एक अन्य ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था जिसमें गांधी सीतापुर में एक पुलिस अधिकारी से कथित तौर पर कह रही हैं कि एक कुत्ते की टांग तोड़ने के लिए एक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया जाए और उसे थप्पड़ मारा जाए। इस बीच मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वी एस तोमर ने कहा, ‘‘घटना उनके संज्ञान में आया है और जांच जारी है कि डॉक्टर के पास वैध डिग्री है अथवा नहीं और उनकी क्लीनिक में उचित सुविधाएं हैं या नहीं।’’